रायपुर- राज्य शासन ने अपने एक अहम आदेश में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के विशेष सचिव ए पी त्रिपाठी को उनके मूल दायित्वों के साथ-साथ वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है. त्रिपाठी छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कार्पोरेशन के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर का प्रभार भी देखेंगे. यही कार्पोरेशन राज्य में शराब दुकानों का संचालन करती है. पिछली सरकार में शराब नीति के अध्ययन के लिए बनाई गई कमेटी में भी ए पी त्रिपाठी को शामिल किया गया था.
दरअसल राज्य शासन को लंबे समय से यह शिकायत मिल रही थी कि आबकारी विभाग के अधिकारी शराब दुकानों के संचालन में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं. दूसरे राज्यों आने वाली अवैध शराब पर रोक लगाने की दिशा में भी लगातार अनदेखी की जा रही है. शासन को यह भी शिकायत मिली थी कि अधिकारियों के ऐसे कृत्यों से राजस्व की भी हानि हो रही है.
खबर है कि शासन ने ए पी त्रिपाठी की नियुक्ति के साथ ही दो टूक कह दिया है कि शराब बेचने का काम कार्पोरेशन का है, लिहाज आबकारी विभाग के अधिकारी दुकानों के संचालन में दिलचस्पी न दिखाए. अवैध शराब को रोकने की दिशा में काम करें.