रायपुर। इलेक्ट्रॉनिक मिडिया और शोशल मिडिया में ऑपरेशन प्रहार के नाम से जारी किये गए विडिओ को एंटी नक्सल ऑपरेशन के DGP ने फर्जी करार दिया है. CRPF  से चर्चा के बाद DGP डी.एम. अवस्थी ने साफ़ तौर पर कहा है कि कुछ शरारती तत्व पुलिस और सुरक्षा बलों की मॉकड्रिल और पुराने विडिओ को कट पेस्ट कर उसे ऑपरेशन प्रहार का विडिओ बता कर वायरल कर रहे है. 

उन्होंने मिडिया कर्मियों से भी अपील कि की वे सत्यता की परख करने के बाद ही ऐसे वायरल विडिओ को जारी करे. ये वही वायरल विडिओ है जो ऑपरेशन प्रहार के नाम से कई  टेलीविजन चैनलों और सोशल मिडिया में प्रसारित किया गया है. जबकि इस विडिओ का ऑपरेशन प्रहार से दूर दूर तक का कोई नाता नहीं है.

यह विडिओ लगभग डेड मिनट का है , और इसके कई हिस्सों में ऑडियो नदारद है. प्राथमिक जांच के बाद CRPF और छत्तीसगढ़ पुलिस की एंटी नक्सल विंग ने इसे फर्जी करार दिया है.

गौरतलब है लल्लूराम डॉट कॉम ने इस वीडियो के बारे में बता दिया था कि वीडियो सोशल मीडिया का है और वेबसाइट इसकी पुष्टि नही करता।