रायपुर। सुंदरनगर की ओम सोसायटी में रविवार रात को हुई एक छात्र की हत्या के मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं. हत्या का आरोपी और कोई नहीं बल्कि खुद भाई ही निकला. आरोपी भाई ने ही अपने 3 अन्य साथियों के साथ मिलकर इस पूरी वारदात को अंजाम दिया.
मूलतः बसना का रहने वाला प्रकाश शर्मा भिलाई के कल्याण कालेज में बीएससी की पढ़ाई कर रहा था. बताया जा रहा है कि ओम सोसाइटी में किराए से रहने वाले अपने चचेरे भाई अमृत के पास चार दिन पहले ही यहां कोचिंग करने के उद्देश्य से आया था. लेकिन सोमवार सुबह उस वक्त कालोनी में सनसनी फैल गई जब लोगों को मालूम चला कि वहां एक छात्र की हत्या हो गई है. मौके पर पहुंची पुलिस को घर के अंदर सारा सामान अस्त-व्यस्त मिला. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया. उधर मृतक के साथ घर में मौजूद अमृत शर्मा से जब पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को एक सनसनीखेज कहानी सुनाई कि 3 नकाबपोश घर आए थे जिन्होंने दोनों को बंधक बनाया था और उसके चचेरे भाई प्रकाश शर्मा की हत्या कर दी. पुलिस को कमरे से मिले इंजेक्शन और गांजे की पुड़िया मिलने के बाद मामला संदिग्ध लगा उधर शार्ट पीएम की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस का शक पुख्ता हो गया और पुलिस ने अमृत को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह ज्यादा देर अपनी कहानी पर कायम नही रह सका और उसने पुलिस के सामने सच उगल दिया.
यह थी वजह
हत्या की इस वारदात ने एक बार फिर साबित कर दिया कि लालच आदमी को किस तरह से अंधा कर देती है. नशे का आदि अमृत कम समय में ही काफी पैसा कमाना चाहता था. उसके लिए वह आए दिन कुछ न कुछ शार्टकट तरीके सोचा करता था. पुलिस के अनुसार आरोपी ने महीने भर पहले ही चाचा से 2 करोड़ रुपए की फिरौती वसूलने के लिए भाई के अपहरण की योजना अपने साथियों के साथ बनाई थी. यही नहीं आरोपियों ने पैसा कमाने के लिए बैंक में डकैती डालने का एक B प्लान भी बना कर रखा था. जिसके तहत रविवार को उसके तीनों साथी घर पहुंचे. जहां चारों ने खाया पिया, इसी दौरान वे प्रकाश को क्लोरोफार्म सुंघाकर बेहोश करना चाहते थे. इसके प्रयास में चारों प्रकाश के ऊपर टूट पड़े और उसे काबू में करने की कोशिश में तकिया से उसका चेहरा दबा दिया. उधर प्रकाश बचाव की लगातार कोशिश कर रहा था. आरोपियों ने प्रकाश के चेहरे को तकिया से तब तक दबाकर रखा जब तक कि उसका दम नहीं निकल गया.