नई दिल्ली। कोरोना से मरने वालो की संख्या 2 लाख से ज़्यादा हो चुकी है। मौतों की संख्या 1 लाख से 2 लाख पंहुचने में केवल 16 दिन का वक़्त लगा। जबकि शुरुआती 1 लाख लोगों के मरने में 90 दिन का वक़्त लगा था। 10 अप्रैल को कोरोना से 1 लाखवीं मौत हुई थी। 25 अप्रैल को कोरोना से 2 लाखवाँ मरीज़ मर गया। राहत की बात है कि कोरोना से 8 लाख 37 हज़ार लोग ठीक भी हो चुके हैं।
दुनिया भर में कुल मरीज़ों की संख्या 29 लाख 20 हज़ार हो गई है। देर रात तक ये 3000000 लोगों को अपनी चपेट में ले लेगी। तब दुनिया के हर दो हज़ार व्यक्तियों में एक कोरोना का शिकार बन चुका होगा।
कोरोना 21 वी सदी में अमेरिका की सबसे बड़ी त्रासदी बनकर उभरी है। यहां 9 लाख 60 हज़ार लोग संक्रमित हुए। इसमें से करीब 54 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है। किसी त्रासदी में अमेरिका के लोग इतनी बड़ी संख्या में हाल के वर्षों में कभी नहीं मरे।
इटली में संक्रमण और मौत की रफ्तार कुछ थमती जा रही है। इटली में 1 लाख 96 हज़ार संक्रमित लोगों में से 26 हज़ार से ज़्यादा मौतें हो चुकी हैं। यहां रोज़ाना संक्रमित होने वाले मरीज़ों की संख्या 4-5 हज़ार से घटकर 2-3 हज़ार रह गयी है। रोज़ाना मौतों का आंकड़ा भी 400 से नीचे आ गया है। स्पेन में 2 लाख 23 हज़ार कोरोना संक्रमित लोगों में से लगभग 23 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है।
फ्रांस में 1 लाख 61लोग संक्रमित और 22 हज़ार 600 लोग मर चुके हैं। यूके में करीब डेढ़ लाख लोग संक्रमित और 20 हज़ार लोग मर चुके हैं। सात देशों में मरीज़ों की संख्या 1 लाख से ज़्यादा है। तुर्की में भी मरीज़ों की संख्या 1 लाख से ज़्यादा हो गई है। लेकिन मौत का आंकड़ा यहां सबसे कम है यहां 2,706 मरीज़ों की जान गई है। दुनिया में अमेरिका, स्पेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, यूके और तुर्की में एक लाख से ज़्यादा मरीज़ वाले देश हैं।