रायपुर। स्टिंग ऑपरेशन को लेकर दिल्ली तलब किए गए पीसीसी के नेता वापस लौट आए हैं. दिल्ली से लौटने के बाद पहली बार पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल स्टिंग आपरेशन को लेकर मीडिया के सामने आए और सूबे की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला. पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि बीते कुछ दिन से मैं अवस्थ इस वजह मैं कथित स्टिंग पर मैं तत्काल जवाब नहीं दे पाया था. यह मामला पूरी तरह से भाजपा की बखौलाहट है. पुनिया चूंकि बीते दिनों पुनिया ने जेटली और माल्या की मुलाकात को लेकर जो खुलासा किया था. इसी का बदला लेने के नरेंद्र मोदी और अमित शाह साजिश के तहत कथित स्टिंग को लेकर आ रहे हैं. भाजपा भूपेश को रास्ते से हटाना चाहती है. इसलिए इस तरह के मामले सामने लाये जा रहे हैं.

भूपेश ने कहा कि  सीडी के बारे में बड़ी चर्चा हो रही है. बीजपी इसे ब्रम्हास्त्र मान रही है. मैं 4-5 दिन से अस्वस्थ था इसलिए जवाब नही दे पाया. इसका मतलब ये नहीं की हमारे मौन कमज़ोर हैं. हमने बीजपी के सारे वार भोथरे कर दिए. इसकी खीज भाजपा में है. मोदी और अमित शाह अपनी असली रूप में आ गए हैं. उनकी मानसिकता ही आपराधिक है. बदला लेने के लिए अपने सहयोगियों को नहीं छोड़ते.

पुनिया की सीडी की अफवाह बदले की राजनीति है. काले झंडे दिखाए उसने आग में घी डालने का काम किया. मुख्यमंत्री भी अपने प्रतिद्वंदियों को हटाने की राजनीति से कम कर रहे हैं. सरकार बीते चुनाव में भी झीरम का ब्रम्हास्त्र लेकर आई थी. इसी तरह इस चुनाव में भी सरकार मुझे रास्ते से हटाने में लगी है. जूदेव की सीडी के पीछे भी रमन सिह का हाथ रहा होगा. बीजपी के नेता गिरोह की तरह काम कर रही है. जांच से ही पता चल पाएगा किसकी आवाज़ है. भूपेश ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रदेश में हुए सभी सीडी कांड की जांच किसी सीटिंग जज से करवाया जाएगा.

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का इतिहास बताता है कि भाजपा का सीडी के साथ पुराना इतिहास रहा है. भाजपा के नेता अपने नेताओं के खिलाफ सीडी बनवाते है. दिलीप सिंह जूदेव की सीडी बनवाने में भी हो सकता है सीएम का हाथ रहा हो, इसी तरह मूणत की सीडी भी बनवाई गई होगी, और अंतागढ़ सीडी का मामला तो उजागर ही हो चुका है.

आपको बता दें फिरोज सिद्धिकी ने कांग्रेस नेता पप्पू फरिश्ता का एक स्टिंग किया था जिसमें पप्पू फरिश्ता मोबाइल में किसी से बात कर रहे थे. दूसरी तरफ से जो आवाज आ रही था दावा किया जा रहा था कि वह पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल की आवाज है. इस पूरे स्टिंग ऑपरेशन में आगामी चुनाव में दो सीटों को लेकर सौदेबाजी की जा रही थी. जिसमें दावा किया जा रहा था कि कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया की कोई सीडी है, उस सीडी के बदले उन दो सीटों की मांग की जा रही थी.  जिस दौरान यह पूरा मामला सामने आया उस दौरान भूपेश बघेल बीमार थे और वे राजधानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे.