रायपुर- कर्जमाफी का वादा पूरा करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि- राहुल गांधी जी ने वादा किया था कि सरकार बनने के दस दिनों के भीतर ही हम किसानों का कर्जा माफ करेंगे. आज मुझे इस बात की खुशी हो रही है कि हमने अपना वादा पूरा किया. भूपेश बघेल मीडिया में जब यह बयान दे रहे थे, तो वे आत्मविश्वास से लबरेज नजर आए. चेहरे पर मुस्कान थी और दिल में इस बात को लेकर सुकून की किसानों ने जो भरोसा कांग्रेस पर जताया था, आज वह पूरा हो गया. कांग्रेस सरकार किसानों के विश्वास पर खरी उतरी.

भूपेश बघेल ने इस महीने की 17 तारीख को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. शपथ ग्रहण के दसवें दिन उन किसानों के खातों में पैसा वापस किया गया, जिनसे धान खरीदी के दौरान लिकिंग के जरिए ऋण की रकम काट ली गई थी. सरकार ने पहले चरण में 27 जिलों की 1276 सहकारी समितियों के  3 लाख 57 हजार 333 किसानों के खातों में 1248 करोड़ रूपए की रकम डालकर बड़ी राहत दी. इधर सहकारिता विभाग ने अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना 2018 पहले से ही जारी की है. इस योजना के तहत सहकारी बैंकों और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंकों के कुल 16 लाख 65 हजार किसानों के छह हजार 230 करोड़ रूपए माफ किए जाएंगे.

किस जिले में कितने किसानों को मिला फायदा

कवर्धा- 13 हजार 634

कोरबा- 2 हजार 690

जशपुर- 1 हजार 484

जांजगीर चांपा- 17 हजार 606

दंतेवाड़ा- 66

सुकमा- 578

बीजापुर- 547

दुर्ग- 27 हजार 533

धमतरी- 26 हजार 753

बिलासपुर- 16 हजार 10

जगदलपुर- 1 हजार 381

कोंडागांव- 3 हजार 52

नारायणपुर- 240

कांकेर- 12 हजार 337

महासमुंद- 21 हजार

राजनांदगांव- 45 हजार 717

रायगढ़- 15 हजार 671

रायपुर- 26 हजार 250

अंबिकापुर- 3 हजार 227

बलरामपुर- 2 हजार 353

बलौदाबाजार- 29 हजार 593

बालोद- 40 हजार 307

मुंगेली- 7 हजार 277

बेमेतरा- 25 हजार 209

सूरजपुर- 2 हजार 878

कोरिया- 1 हजार 914

गरियाबंद- 12 हजार 91

दरअसल किसानों की कर्जमाफी का ऐलान राज्य में हुए हालिया चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा बना. सत्ता से बाहर हुई बीजेपी यह कहती रही कि कर्जमाफी ने उन्हें बड़ा नुकसान पहुंचाया और जनता ने खासतौर पर किसानों ने उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया. आज जब कांग्रेस ने किसानों से किए गए सबसे बड़े वादे को पूरा किया, तो बीजेपी के कई नेता भी कैमरे के परे जाकर तारीफों के कसीदे गढ़ते सुने गए.