रायपुर।  ठीक है चुनाव है…पर इतना गुस्सा क्यों भई. आप थोड़े ही दावेदार थे. न ही आपका नाम कटा है.  फिर भी इतनी नाराजगी…इतना झल्लाहट…इतनी गरमी…इनता क्रोध क्यों ? कांग्रेस के मीडिया विभाग में सबकुछ ठीक तो है न ? ये सवाल इसलिए क्योंकि कांग्रेस के एक मीडिया पैनेलिस्ट के साथ सबकुछ ठीक नहीं लग रहा है. क्योंकि बाहर आते ही जनाब आजकल बड़े गुस्से में दिख रहे हैं. जाने क्या हुआ रामा रे…?

दरअसल आज राजीव भवन में जो कुछ हुआ उसकी उम्मीद इस जनाब सुलझे हुए प्रवक्ता से कोई कर ही नहीं सकता है. शायद हुआ ये कि जनाब प्रवक्ता ये भूल गए थे कि वे टीवी चैलन में  नहीं चैनल के बाहर की दुनिया में है. यही वजह है कि चैनलों की होने वाली डिबेट की तरह महोदय बाहर एक ड्राइवर से बहस करने लगे. बहस के दौरान गुस्सा इतना था कि वे शायद अपना स्तर जा भूले, उन्हें अपनी गरिमा का भी ख्याल नहीं रहा और वे बिना किसी की सुने बस लड़ते ही रहे.

असल में हुआ ये था कि राजीव भवन में एक के पीछे एक 3 कारें खड़ी थी. सबसे पीछे तीसरे नंबर की कार की ड्राइविंग सीट पर कांग्रेस के ये महोदय बैठे थे. वे कार निकालने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उनके सामने एक और कार खड़ी थी . बीच वाली कार की स्थिति भी ऐसी थी कि सामने वाली कार के हटने के बाद ही वो कार वहां से हट सकती थी. लिहाजा बीच वाली कार का ड्राइवर मजबूर होकर बैठ गया. लेकिन महोदय पैनलिस्ट लगातार हार्न मारते रहे फिर तमतमाते हुए कार से बाहर उतरे और जाकर उस कार का दरवाजा पीटने लगे. ड्राइवर ने कांच उतारा तो उस पर आग बबूला हो गए.  बेचारे ड्राइवर को उन्होंने खूब खरी खोटी सुनाई. लेकिन ड्राइवर की उन्होंने एक नहीं सुनी. सुनते भी कैसे महोदय जब गरम ही इतना थे.  लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस भवन से बाहर राष्ट्रीय प्रवक्ता निकली और अपनी गाड़ी में रवाना हो गई.  शायद प्रदेश के प्रवक्ता राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ ही जाना चाह रहे थे. लेकिन वे उनसे पीछे छूट गए थे. कहीं ये गरमी…ये गुस्सा इसी बात को लेकर तो नहीं था.

पता नहीं गुस्सा सच में राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ नहीं जा पाने को लेकर था…या फिर मीडिया विभाग को लेकर. क्योंकि नेता जी कांग्रेस के भीतर खास-तौर पर मीडिया पैनल में सबसे अच्छे वक्ता, प्रवक्ता और सुलझे हुए जाने जाते हैं…लेकिन आज जिस तरह वे एक ड्राइवर से लड़ते हुए दिखे उससे वे बेहद परेशान और उलझे हुए नजर आए. इसी लिए तो कह रहे हैं कांग्रेस मीडिया में त्रिदेव के बीच इस मीडिया पैनेलिस्ट के साथ सबकुछ ठीक तो है न ?