चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। चुनावी मौसम में प्रदेश का सियासी पारा भी गर्माते जा रहा है. कहीं कोई पार्टी छोड़कर इधर से उधर जा रहा है. किसी को पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में आने के लिए करोडों रुपए के साथ ही मंत्री पद का प्रलोभन भी दिया जा रहा है. वहीं चुनावी हलचलों के बीच पूर्व संसदीय सचिव और भाजपा नेता विजय बघेल के कांग्रेस प्रवेश की अटकलें भी जोरों पर थी. विजय बघेल ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए अपनी सफाई दी है.

उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट साझा की है जिसमें उन्होंने कहा है कि “आज मुझे जो लोग प्रेम और स्नेह दे रहे हैं उसे कुछ लोगों को बर्दाश्त नहीं हो रहा है. गलत मानसिकता वाले जिनको मुझसे नफरत और द्वेश की भावना है ऐसे विपक्षी भयभीत होकर मेरे खिलाफ राजनीतिक षड़यंत्र कर रहे हैं और इसमें कुछ लोगों की भी मिली भगत है.”

उन्होंने लिखा है भाजपा में हूं, भाजपा में रहूंगा और इतना बड़ा सम्मान मुझे भाजपा ने दिया है. इसको मैं जीवन भर नहीं भुला सकता. वर्तमान में जो भी जिम्मेदारी जवाबदारी का निर्णय पार्टी का होगा वो मुझे स्वीकार होगा.

बघेल ने इसमें बघेल ने कुछ लोगों की मिली भगत की भी बात कही है, जिससे यह माना जा रहा है कि वे लोग उनकी ही पार्टी से हैं. यह भी माना जा रहा है कि इस बार विजय बघेल की पाटन से टिकट कट सकती है. पार्टी उनकी बजाय किसी और को टिकट दे सकती है. इन अटकलों को देखते हुए ही विजय बघेल ने पार्टी के निर्णय और जिम्मेदारी का जिक्र भी किया है. हालांकि विजय बघेल का यह पोस्ट 13 अक्टूबर का है जिसका स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.

भूपेश बघेल को हरा कर बने थे संसदीय सचिव

आपको बता दें कि विजय बघेल ने पाटन से तीन विधानसभा चुनाव अपने रिश्तेदार भूपेश बघेल के खिलाफ ही लड़ा है. जिसमें दो में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा है. 2008 के चुनाव में भूपेश को हराने के बाद उन्हें संसदीय सचिव बनाया गया था.