रवि गोयल, जांजगीर-चांपा। केन्द्र सरकार ने लॉक डाउन में दुकानें खोलने की छूट दे दी है. केन्द्र के आदेश की खबर मीडिया में आने के बाद एक व्यापारी को अपनी दुकान खोलना महंगा पड़ गया. जुर्माना के विवाद को लेकर आक्रोशित तहसीलदार ने एक व्यापारी की जमकर पिटाई कर दी. मारपीट में व्यापारी का सिर फट गया. वहीं बीच-बचाव करने आए उसके बेटे की भी अधिकारी ने पिटाई कर दी. घायल व्यापारी को लहूलुहान हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

व्यापारी के परिजनों ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि अखबार में दुकान खोलने के संबंध में आई खबर के बाद हार्डवेयर व्यापारी अजय गट्टानी ने शनिवार को अपनी दुकान खोली. इसी दौरान एसडीएम मेनका प्रधान और तहसीलदार पीसी साहू शहर के भ्रमण में निकले हुए थे जो कि दुकान खुली देखकर वहां पहुंचे. तहसीलदार ने अजय गट्टानी को दुकान बंद करने के लिए कहा और 500 रुपये का जुर्माने की रसीद काट दी.

परिजनों के अनुसार व्यापारी उस जुर्माने को पटाने के लिए राजी भी हो गया लेकिन उसी दौरान एसडीएम मेनका प्रधान भी आ गई और उन्होंने कहा कि 500 रुपये नहीं बल्कि 2000 रुपये का चालान काटना है. जिस पर व्यापारी और 500 रुपये का चालान काट चुके तहसीलदार की बहस हो गई. तहसीलदार को व्यापारी का बहस करना नागवार गुजरा और उसने डंडे से व्यापारी की पिटाई कर दी. इस पिटाई में उनका सर फट गया. बताया जा रहा है कि इसी दौरान उनका बेटा बीच बचाव करने आया तो तहसीलदार ने उसकी भी पिटाई कर दी.

इधर इस पूरे वाक्ये का वीडियो व्यापारी का दूसरा बेटा बना रहा था. परिजनों का आरोप है कि जिसका मोबाइल तहसीलदार ने छीन लिया और उसे भी थाना लेकर चले गए. थाना में उसे धमकाकर दबावपूर्वक उसके मोबाइल के फिंगर प्रिंट लॉक को खुलवा लिया और उसमें से वीडियो डिलीट भी कर दिया.

उधर व्यापारी के सिर पर ज्यादा चोट लगने के बाद अस्पताल में टांका लगाना पड़ा. बताया जा रहा है कि इस विवाद के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी है उनका ब्लड प्रेशर अस्थिर हो गया है.

वहीं इस पूरे मामले में तहसीलदार पीसी साहू और एसडीएम मोनिका प्रधान का पक्ष जानने के लिए उन्हें कई बार फोन लगाया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.

मामले में जांजगीर एएसपी मधुलिका सिंह का कहना है कि इस संबंध में हमारे पास अभी कोई भी लिखित शिकायत नही हुई है अगर शिकायत मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी.