रायपुर। लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. स्कूल शिक्षामंत्री केदार कश्यप ने स्कूलों में फ्लोराइड युक्त पेयजल की सप्लाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है. इसके साथ ही पूरे मामले में मंत्री ने कलेक्टर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. दरअसल ये मामला गरियाबंद जिले का है. जहां जिले के हजारों स्कूली छात्रों की जान खतरे में है. वजह है स्कूली बच्चों को पिलाई जा रही फ्लोराइड युक्त पानी. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने 64 स्कूलों में पेयजल को लेकर सर्वे किया था. सर्वे रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पानी पीने लायक नहीं और इससे किडनी की बीमारी हो सकती है. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद गरियाबंद जिले में हड़कंप मचा हुआ है. क्योंकि जिले के सुपाबेड़ा इलाके में किडनी से करीब 100 लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में पीएचई की रिपोर्ट ने स्कूल शिक्षा विभाग की नींद उड़ा दी है.
लिहाजा जैसे ही यह मामला शिक्षामंत्री के पास पहुँचा उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी कलेक्टर से लेकर विस्तार रिपोर्ट देने को कहा. साथ यह भी निर्देश जारी कर दिए कि कहीं भी स्कूलों में फ्लोराइड युक्त पानी का उपयोग न किया जाए. कश्यप ने कहा कि उन्हें इस मामले की पूरी जानकारी गरियाबंद कलेक्टर से मांगी है. सभी स्कूलों फिर फ्लोराइट पानी की उपयोग में रोक लगाने के निर्देश दे दिए गए हैं. इसके साथ सभी स्कूलों फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था के साफ पेयजल उपलब्ध कराने को कहा गया है. जल्द ही स्कूलों आरो वॉटर की सप्लाई कराई जाएगी. वहीं कांग्रेस ने इस मामले को लेकर बीजेपी सरकार पर फिर से हमला बोला है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि एक तरफ सरकार विकास यात्रा निकाल रही है और दूसरी बच्चें जहरीला पानी पीने को मजबूर है. कांग्रेस ने मांग की है कि बच्चों को किडनी की बीमारी से बचाने तत्काल सरकार साफ पेयजल मुहैया कराएं.