रायपुर- छत्तीसगढ़ राज्य में रेल नेटवर्क बढ़ाने का काम तेजी से चल रहा है. खरसिया से कोरीछापर 44 किलोमीटर रेल मार्ग माल ढुलाई के लिए इस माह के अंत तक पूर्ण हो जाएगा. इस मार्ग में यात्री रेल चलeने की भी योजना है, इस संबंध में रेल्वे द्वारा दो माह के भीतर निरीक्षण कर निर्णय लिया जाएगा. आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में राज्य में चल रही रेल परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई.
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव वाणिज्य और उद्योग गौरव द्विवेदी ने इन परियोजनाओं में आ रही दिक्कतों को दूर करने और रेल लाइन बिछाने के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में स्वीकृत एवं क्रियान्वित की जा रही अधोसंरचनाओं संबंधी कार्यों में गति लाने के सख्त निर्देश दिए हैं. प्रमुख सचिव ने इन परियोजनाओं की धीमी गति और समयावधि करीब इस वर्ष बढ़ने पर भी अपनी चिंता व्यक्त की.
प्रमुख सचिव ने विभिन्न रेल परियोजनाओं के निर्माण के लिए जगदलपुर और कांकेर जिले के कलेक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की और इन परियोजनाओं से जुड़े सभी अधिकारियों से आपसी समन्वय से सभी कार्य समय सीमा के भीतर पूर्ण करने के लिए कहा. बैठक में खरसिया-कोरीछापर रेलमार्ग में लोडिंग पाइंट बनाने और विभिन्न परियोजनाओं के लिए भूमि के डायर्वसन तथा भू-अर्जन एवं मुआवजा के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए.
समीक्षा बैठक में दल्लीराजहरा-रावघाट परियोजना, छत्तीसगढ़ ईस्ट रेल लिमिटेड, छत्तीसगढ़ ईस्ट वेस्ट रेल लिमिटेड, छत्तीसगढ़ रेल्वे कार्पोरेशन लिमिटेड की परियोजनाओं की समीक्षा की गई. छत्तीसगढ़ रेल्वे कार्पोरेशन लिमिटेड के तहत चार परियोजनाओं का चिन्हांकन किया गया है. इनमें से दो परियाजनाओं डोंगरगढ़-मुंगेली-कटघोरा 295 किलोमीटर, तथा खरसिया-नया रायपुर-परमालकसा (दुर्ग) 270 किलोमीटर, का कार्य प्रगति पर है. इस अवसर पर बैठक में वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के विशेष सचिव व्ही.के. छबलानी सहित, रेल्वे, भिलाई इस्पात संयंत्र, और इन परियोजनाओं से जुड़े विभागों के अधिकारी उपस्थित थे.