रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस खाकी के दामन पर लगे काले दाग साफ करने जा रही है. वसूलीबाज पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा. उनके खिलाफ न सिर्फ निलंबन-बर्खास्तगी जैसी गाज गिरेगी बल्कि उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण भी दर्ज किये जाएंगे. यह कहना है छत्तीसगढ़ पुलिस की हाल ही में कमान संभालने वाले नए डीजीपी डीएम अवस्थी का. डीएम अवस्थी ने पीएचक्यू में प्रेसवार्ता ली. मीडिया से बात करते हुए अवस्थी ने छत्तीसगढ़ में व्यापक स्तर पर पुलिस और पुलिसिंग में सुधार का दावा किया है. उन्होंने कहा कि हमारा पहला विजन मजबूत पुलिस विश्वसनीय पुलिस है. ये हमारा स्लोगन होगा. इसी के तहत ही हम काम करेंगे.

वसूलीबाजों पर कार्रवाई

उन्होंने कहा कि गरीब मजदूर-किसानों और तमाम सारे लोगों की पुलिस होगी. अगर हम इन लोगों का विश्वास जगाने में सफल साबित होते हैं तो हमारा ये अभियान सफल होगा. आम लोगों के मन में पुलिस का भय न हो और गुंडे-बदमाशों को पुलिस का भय रहे. हमने यह फैसला लिया है कि एक्स्ट्रा काम करने वाले और उत्कृष्ट काम करने वाले पुलिस जवानों को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन और अवार्ड दिया जाएगा. पुलिस की छवि स्वच्छ बनाने के लिए और विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए उन्होंने सख्त रवैया अपनाने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि  जिनकी भूमिका संदिग्ध होगा उसे विभाग से बाहर कर दिया जाएगा. जो वसूली करता है उसे हम अपने विभाग में नही रखेंगे. जरूरत पड़ी तो उनके खिलाफ क्रिमनल केस भी दर्ज करेंगे. उन्होंने क्राइम ब्रांच को वसूली का अड्डा बताया है. उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच जैसे कई यूनिट वसूली के अड्डे हैं. इन्हें बहुत जल्दी भंग किये जायेंगे. जो सट्टा और अवैध कामो को बढ़ावा देगा वैसे पुलिस कर्मियों पर करवाई होगी. क्राइम के साथ ही लॉ एंड आर्डर का रिव्यू भी हर महीने किया जाएगा. हर महीने के पहले सप्ताह में बैठकें होंगी और रिव्यू होगा.

पुलिस समस्या के लिए कमेटी का गठन

डीएम अवस्थी सप्ताह में चार दिन आम जनता से अपने कार्यालय में मुलाकात कर उनकी समस्याओं का निराकरण करेंगे. उन्होंने कहा कि सोमवार से बृहस्पतिवार तक आम लोग दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक मुझसे मिल सकते हैं. उनके आने और रहने की व्यवस्था की जाएगी. मैं आम लोगो के लिए उप्लब्ध रहूंगा. इसके साथ ही पुलिस कर्मी और उनका परिवार भी डीजीपी से मुलाकात कर सकता है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पुलिस कर्मी और उनका परिवार उनसे मुलाकात कर उनके सामने अपनी समस्याओं को रख सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस जवानों की हर समस्या का पीएचक्यू में ही समाधान करने का दावा किया है उन्होंने कहा कि हमारे जवानों की समस्याओं का हल यहीं से होगा उनको कोर्ट जाने की जरूरत नहीं है उनका निदान यहीं हो जाये. ऐसी व्यवस्था की जाएगी. इसके लिए नेहा चंपावत की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी पुलिस कर्मियों की समस्याओं की जानकारी लेगी. इसमें आईपीएस आरिफ शेख, लाल उम्मेद सिंह और संजीव शुक्ल भी सदस्य रहेंगे.

बच्चों को मिलेगी मुफ्त कोचिंग

डीएम अवस्थी ने अपनी आगामी योजनाओं के बारे में बात करते हुए बताया कि सेना की तर्ज पर पुलिस कर्मियों के लिए भी कैंटीन की व्यवस्था राज्य में शुरु की जा रही है. कैंटीन में उन्हें बाजार से कम कीमतों में सामान उपलब्ध होंगे. ताकि उनकी कुछ बचत हो सके. पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के माध्यम से पुलिसकर्मियों के निजी आवास की व्यवस्था करने की योजना है. स्नेह छाया इसका नाम होगा. सरकार से सब्सिडाइज दर पर जमीन लेकर मकान बनाया जाएगा. पुलिस विभाग की तरफ से बड़े स्तर पर हर साल खेल उत्सव और पृथक से प्रदेश स्तर के वार्षिकोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा. जिसमें साल 2019 में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए यह वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि निचले स्तर के कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा के लिए बेहतर प्रयास करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि 12 वीं के प्रतिभाशाली बच्चो के लिए इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिए कोचिंग रहने और खाने की मुफ्त सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं इसमें पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा भी पढ़ाया जाएगा.

एनआईए से मांगी झीरम की फाईलें

नक्सल मामले को लेकर नए डीजीपी ने कहा कि नक्सलियों को गोली का जवाब गोली से मिलेगा. मजबूती लाने के लिए गोलियां चलानी पड़ती है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि गोली आखिरी सॉल्यूशन नही है. झीरम कांड के मामले में उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन हो चुका है. एसआईटी में कौन-कौन शामिल है इसे लेकर उन्होंने नाम का खुलासा करने से इंकार कर दिया. उन्होंने बताया कि एनआईए को मैंने पत्र लिखा है. एनआईए द्वारा केस फाइल वापस आने के बाद एसआईटी मामले की नए सिरे जांच शुरू करेगी.