प्रमोद निर्मल,मानपुर (राजनांदगांव). जिले के विभिन्न नदियों से रेत का अवैध उत्खनन रेत माफिया बेखौफ होकर धड़ल्ले से कर रहे हैं. स्थानीय प्रसाशन खनिज के बड़े पैमाने पर हो रहे गोरखधंधे को रोकने के बजाय कोई कार्रवाई ना कर उल्टा रेत माफियाओं को रेत के कालाबाजारी की मौन सहमति दे रहा है. ऐसे में ग्रामीणों को खुद नदियों की सुरक्षा में घरों से निकलकर सामने आना पड़ रहा है. ग्रामीण रेत बचाने आगे आ रहे है बावजूद इसके हठधर्मी प्रसाशन अपनी जवाबदेहियों से भाग रहा है.
सात वाहनों को ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ा
इसकी बानगी मानपुर ब्लॉक मुख्यालय से महज चार किमी दूर मदनटोला-भर्रीटोला नदी में देखने को मिली. यहां रोजाना नदी से रेत की अवैध निकासी से हलाकान मदनटोला और भर्रीटोला के ग्रामीणों ने रेत के अवैध उत्खनन में जुटे रेत माफियाओं पर धावा बोला. ग्रामीणों ने रेत निकासी करने पहुंचे तीन स्वराजमाजदा और चार ट्रैक्टरों सहित कुल सात वाहनों को नदी में रोककर वाहनों को अपने कब्जे में ले लिया.
दो घंटे बाद भी नहीं पहुंचे तहसीलदार
सोमवार सुबह आठ बजे ग्राम मदनटोला घाट पर ग्रामीणों ने इकट्ठे होकर रेत लोड कर चुके और करने में जुटे वाहनों को नदी में रोककर सबसे पहले करीब 9 बजे नायब तहसीलदार मानपुर को फोन किया. ग्रामीणों के मुताबिक नायब तहसीलदार ने ग्रामीणों को वाहनों को रोककर रखने की बात कह कर तुरंत मौके पर पहुंचने का आश्वासन दिया. ग्रामीण अपना काम काज छोड़ सुबह करीब साढ़े आठ बजे अभी तक नायब तहसीलदार मौके पर नही पहुँचे है. ग्रामीणों वाहनों को रोके अभी भी नदी में जुटे हैं प्रसाशन के नहीं पहुंचने से उनमें खासा आक्रोश है.