रायपुर। कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग की शिकायत की है. कांग्रेस ने रावत से मुलाकात कर उन्हें शिकायती पत्र सौंपा है. पत्र में उन्होंने कहा है कि कांग्रेस द्वारा आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की कई शिकायतें तथ्यों और सबूतों के साथ की है उसके बावजूद छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है. कांग्रेस ने रावत से मांग की है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के लिए प्राप्त शिकायतों के निराकरण के लिए समय सीमा सुनिश्चित करने और की गई कार्रवाई से अवगत कराने के लिए निर्देश देने के लिए कहा है. कांग्रेस ने आगे कहा है कि न्याय की मांग करते हुए कहा है कि न्याय में विलंब से न्याय का उद्धेश्य ही समाप्त हो जाता है.
पूर्व महापौर किरणमयी नायक के नेतृत्व में कांग्रेस लीगल विभाग के सदस्य मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से मुलाकात कर दुर्ग, बिलासपुर, सुकमा और जशपुर के कलेक्टरों और धरसींव जनपद पंचायत के सीईओ को हटाने की मांग की है. कांग्रेस ने सभी के खिलाफ अपने पद का दुरुपयोग करने और भाजपा के एजेन्ट के रुप में काम करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त से सभी को तत्काल हटाने की मांग भी की है.
कांग्रेस ने इसके अलावा 7 अलग-अलग मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त से शिकायत की है. इसमें खरसिया से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व IAS ओपी चौधरी के ऊपर 2 करोड़ से ज्यादा का शेविंग किट बांटने, कंबल वाले बाबा द्वारा विधायक खरीद-फरोख्त के लिए फोन किया था, शराब बिक्री, संचार क्रांति के तहत बांटे गए मोबाइल, और क्षेत्रों में आमसभा इत्यादि के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों के ऊपर भेदभाव के संगीन आरोप शामिल हैं.