रायपुर। छत्तीसगढ़ आज से स्मार्ट छत्तीसगढ़ बन गया है. ढ़ाई करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में 50 लाख से ज्यादा परिवारों को सरकार द्वारा संचार क्रांति के तहत स्मार्ट फोन देने की शुरुआत कर दी गई है. राजधानी रायपुर से मोबाइल तिहार का आगाज हो गया है. मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनावत की उपस्थिति में सरकार ने राजधानी में योजना की शुरुआत की. इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में युवाओं और महिलाओं को स्मार्ट फोन प्रदान किया. मोबाइल तिहार के जरिये अब सरकार प्रदेश के लगभग सभी घरों में सीधे पहुंचने की तैयारी कर ली है. जहां लोगों को शासन की सभी योजनाओं की जानकारी सीधे उनके मोबाइल से मिल जाएगी.

छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बना

आज का यह गौरवशाली क्षण संचार क्राति योजना का देश की सबसे बड़ी मोबाइल वितरण का कार्यक्रम है. जो फोन डॉ रमन के पास है वो फोन गांव में रहने वाले व्यक्ति के पास होगा. इसके लिए 1600 नए टावर लगाए जाएंगे. अपने जोश जज्बा की बदौलत हिमाचल के सूरजपुर इलाके से निकली और संघर्ष से मुंबई में अपना मुकाम बनाया. कंगना ने ये अपने कैरियर में बता दिया कि दुनिया को झुकाया जा सकता है.

इसकी विशेषता है छत्तीसगढ़ की 40 लाख महिलाओं और कालेज में पढ़ने वाले युवा के हाथ में स्मार्ट फोन आ जाएंगे. बीजापुर जैसे क्षेत्र में जहां मोबाइल कनेक्टिविटी 10 प्रतिशत है वहां भी मोबाइल कनेक्टिविटी हो जाएगी, आज मोबाइल का उपयोग सिर्फ बात करने के लिए नहीं टिकट खरीद सकते है. न्यूज देख सकते हैं. मुझे लगता है छत्तीगढ देश का पहला राज्य दुनिया का पहला राज्य होगा जहां मोबाइल दिया जा रहा है. जो हर किसी के पास होगा

रायपुर में 1 लाख आबादी पट्टे का वितरण किया जाएगा. विकास के साथ कनेक्टिविटी करने वाला छत्तीसगढ़. रोड कनेक्टिविटी, पावर कनेक्टिविटी. छत्तीसगढ़ आज एजुकेशन हब बन गया है. छत्तीसगढ़ के बदलाव के साथ आप लोग साथ हैं. आज से छत्तीसगढ़ स्मार्ट छत्तीसगढ़ बन जाएगा. छत्तीसगढ़ के परिवर्तन का सूत्र बनेगा.

महिलाओं के बिना देश का विकास नहीं- कंगना

इस अवसर पर कंगना ने कहा हैरानी की बात है इस से पहले मैं कभी रायपुर नहीं आई यह पहला मौका मिला है मुझे यहां आने का. मैं रमन सिंह से डिस्कस कर रही थी कि यह मेरे प्रदेश हिमाचल की याद दिला रही है. यहां काफी हरियाली है इसे अच्छे से सम्हाला गया है. इस परियोजना का मुझे हिस्सा बनाया गया है उसकी मैं आभारी हूं. महिला सशक्तिकरण में ये जो कदम उठा रहे हैं इनकी दूरदर्शिता है कि 55 लाख लोगों को स्मार्ट फोन दे रहे हैं. ये जानते हैं कि देश की आधी आबादी महिला हैं इनके सशक्तिकरण के बिना देश का विकास नहीं हो सकता. जो भी लोगों को फोन मिल रहे हैं उन्हें बताना चाहूंगी कि फोन सिर्फ बात करने के लिए नहीं है इससे पूरी दुनिया से आप जुड़ सकते हैं.