नई दिल्ली | छत्तीसगढ़ से 11 हज़ार लड़कियों के लापता होने का मामला शुक्रवार को राज्यसभा में गूंजा. कांग्रेस सांसद छाया वर्मा ने जब सदन को जानकारी दी तो सदन स्तब्ध रह गया. उपसभापति ने इतनी बड़ी संख्या में लड़कियों के गायब होने पर आश्चर्य व्यक्त किया. बिहार के सांसद रामविलास पासवान भी इतनी बड़ी संख्या पर चकित थे.
जब सांसद छाया वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला दिया, तब उपसभापति ने कहा कि यह अत्यंत गंभीर मामला है. उन्होंने मंत्री को इस संबंध में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को पत्र लिखने के लिये कहा.
राज्यसभा के उपसभापति पी जे कुरियन ने छत्तीसगढ़ से 11 हजार बालिकाओं के गायब होने के मामले को अत्यंत गंभीर मामला बताते हुए केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा राज को निर्देशित किया कि इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित करें. कृष्णाराज ने उप सभापति को सदन में भरोसा दिया कि वे पत्र लिखेंगी और की गई कार्रवाई से उन्हें अवगत भी कराएंगी.
शुक्रवार को सुब्रमण्यम स्वामी ने लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण संशोधन विधेयक पेश किया था, जिसमें इस तरह के अपराध के लिए कानून को और ज्यादा सख्त किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है.
इस विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए छाया वर्मा ने छत्तीसगढ़ से गायब बालिकाओं के आंकड़े, झलियामारी की घटना, सुकमा जिले में 15 लड़कियों के साथ बलात्कार की घटनाओं और भिलाई में बढ़ते यौन अपराध की घटनाओं का जिक्र किया. उन्होंने आरोप लगाया कि इन मामलों के अपराधियों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
आदिवासी छात्रावास में लड़कियों के साथ बलात्कार की घटना को लेकर उपसभापति ने कहा कि इस तरह के छात्रावासों को तत्काल बंद किया जाना चाहिये.