रायपुर। पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट व्यास मुनि द्विवेदी पर कल हुए हमले के बाद देर रात उनके घर पर भी खनन माफिया के गुर्गों द्वारा हमला किया गया साथ ही उनकी कार में भी आग लगा दी गई. कल हुई घटना के विरोध में बुधवार को सामाजिक कार्यकर्ता व एक्टिविस्ट एसपी आफिस और कलेक्ट्रेट पहुंचे. एसपी से मुलाकात नहीं होने पर सभी लोग एडिशनल कलेक्टर के पास पहुंचे और उन्हें ज्ञापन सौंपा.
पुलिस और खनिज अधिकारियों से भी मारपीट
हमले में व्यास मुनि द्विवेदी के चेहरे, आंख और पीठ पर गंभीर चोंटे आई हैं. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वे घर की ओर लौट रहे थे इसी दौरान उनकी कार का मुरुम का अवैध परिवहन कर रही गाड़ी से एक्सीडेंट हो गया. जिसके बाद उन्होंने डंपर को रुकवाया और पुलिस व माइनिंग विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी. उधर गाड़ी के ड्राइवर ने गाड़ी मालिक अफरोज ख्वाजा को फोन कर इसकी जानकारी दी. व्यास मुनि के अनुसार मौके पर पहुंचे अफरोज और उसके साथ आए 12 से 15 लोगों ने पुलिस जवानों, माइनिंग के कर्मियों के साथ ही उनके ऊपर भी जानलेवा हमला कर दिया. हमलावर डंडे, रॉड और तलवार से लैस थे. उन्होंने बताया कि खनन माफिया और उसके गुर्गों के हमले से जान बचाते हुए खनिज विभाग और पुलिस के जवान भाग खड़े हुए. एक जवान ने जैसे-तैसे उनकी जान बचाई.
उन्होंने बताया कि घटना की विधानसभा थाना में रिपोर्ट के बाद खनन माफिया के गुर्गे रात में उनके घर पहुंचे और पुलिस में शिकायत करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी देने के साथ ही उनके घर को भी जलाने की धमकी दी. उन्होंने बताया कि रात में पहुंचे हमलावरों ने उनकी गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया. हालां कि इस मामले में वहां मौजूद पुलिस कर्मी और न ही खनिज विभाग के कर्मचारियों ने हमलावरों के खिलाफ कोई रिपोर्ट दर्ज कराई है.
पुलिस और माइनिंग अधिकारियों की सांठ-गांठ
इधर इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता ममता शर्मा ने पुलिस और माइनिंग विभाग के अधिकारियों पर खनन माफियाओं के साथ सांठ-गांठ होने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि अपराधियों के साथ सांठ-गांठ होने की वजह से ही उनके हौसले बुलंद हैं साथ ही उनका कहना है कि पुलिस ने इस मामले में मामूली धाराओं के तहत कार्रवाई की है जबकि यह पत्रकार के ऊपर जानलेवा हमला था. पुलिस को इसमें धारा 307 भी जोड़नी चाहिए.
पुलिस कर्मियों को नहीं आई चोंट
उधर इस मामले में विभाग के आला अधिकारियों ने बताया कि मामले में 1 आरोपी अफरोज ख्वाजा को गिरफ्तार किया गया है. वहीं उन्होंने घटना में किसी भी पुलिस कर्मी को चोंट नहीं लगने की बात कही है. उनका कहना है कि मामले में अभी तक खनिज विभाग की ओर से भी कोई भी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है. इसके साथ ही उन्होंने मामले में जांच की बात कही है.