रायपुर। छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के बारे में मतदाताओं को पूरी जानकारी रखनी चाहिए. उन्हें जानना चाहिए जिन प्रत्याशियों को वो चुन रहे हैं दरअसल वो हैं कैसे. अगर जानने की कोशिश करेंगे तो यह जानकर हैरान रह जाएंगे बढ़ती महंगाई के बीच कैसे विधायकों की संपत्ति सौ गुना तक बढ़ गई और इनमें से बहुत से विधायक टैक्स भी नहीं भरते ? यही नहीं 130 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले भी दर्ज हैं.

छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच और एसोसियेशन फॉर डेमोक्रेेटिक रिर्फोम्स(एडीआर) ने विधानसभा चुनाव 2018 को लेकर रिपोर्ट तैयार की है. संयोजक गौतम बंधोपाध्याय ने बताया कि दूसरे चरण के 72 सीटों पर कुल 1079 में से 1057 प्रत्याशियों का डेटा तैयार किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक 130 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामला दर्ज है. इनमें से 90 प्रत्याशियों पर गंभीर आपारधिक मामला पंजीबद्ध है. वहीं 239 उम्मीदवार करोड़ पति है. लेकिन 630 उम्मीदवारों ने आयकर विवरण जमा नहीं किया है.

जिन प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं उन्में- कांग्रेस के 72 में से 18 प्रत्याशी, भाजपा के 72 में से 6 प्रत्याशी, जनता कांग्रेस के 46 में से 15 प्रत्याशी, आम आदमी पार्टी के 66 में से 17 प्रत्याशी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के 30 में से 4 और निर्दलीय 483 में से 36 प्रत्याशियों पर अपराध पंजीबद्ध है.

वहीं अधिकतम संपत्ति वाले तीन उम्मीदवारों की बात करें तो इसमें दो कांग्रेस और 1 निर्दलीय प्रत्याशी है. अंबिकापुर से कांग्रेस प्रत्याशी सरगुजा महराज टीएस सिंहदेव की कुल संपत्ति 5 सौ करोड़ से अधिक, राजिम से कांग्रेस प्रत्याशी अमितेश शुक्ल की कुल संपत्ति 74 करोड़ से अधिक और कवर्धा से निर्दलीय प्रत्याशी राजपरिवार की सदस्य कीर्ति देवी सिंह की कुल संपत्ति 54 करोड़ से अधिक है.

लेकिन हैरानी की बात ये हैं कि 19 उम्मीदवारों की संपत्ति शून्य है.  सबसे कम तीन उम्मीदवार वाल निर्दलीय प्रत्याशियों में रायपुर दक्षिण से प्रत्याशी रुबीना अंजुम की कुल संपत्ति 100 रुपये, रायपुर दक्षिण से प्रत्याशी नईम अंसारी की कुल संपत्ति 500 रुपये, बिलासपुर से प्रत्याशी राधेश्याम शर्मा की कुल संपत्ति 1000 है.

वहीं 21 प्रत्याशियों पर 1 करोड़ से अधिक की देनदारी है. इसमें सर्वाधिक देनदारी कोरबा से भाजपा प्रत्याशी विकास महतो पर है. जिन पर 6 करोड़ से अधिक का बकाया है. वहीं प्रतापपुर से भाजपा प्रत्याशी गृहमंत्री पर भी 6 करोड़ से अधिक का बकाया है.

लेकिन इन सबके महत्वपूर्ण ये है कि 233 प्रत्याशियों ने अपने पैन कार्ड की जानकारी ही नहीं दी है. वहीं 630 उम्मीदवारों ने अपने आयकर विवरण घोषित नहीं किए हैं. जबकि 61 प्रत्याशियों ने अपनी आय का स्त्रोत घोषित नहीं किया है.

शैक्षेणिक योग्यता की बात करे तो 599 प्रत्याशी 5 से 12 वीं तक शिक्षित हैं. 386 प्रत्याशी स्नातक या उससे ज्यादा तक पढ़े हैं. जबकि 9 उम्मीद अशिक्षित है. वहीं 5 उम्मीदवारों ने अपनी शिक्षा की जानकारी नहीं दी है.

जहां तक बात आयु की है तो 445 प्रत्याशी 25 से 40 साल तक के हैं, 510 उम्मीदवार 41 से 60 वर्ष के बीच है. वहीं 101 उम्मीदवार 61 से 70 वर्ष आयु के हैं. वहीं 111 महिला प्रत्याशी 72 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं.