रायपुर। राजधानी रायपुर की फिजा बीते कुछ दिनों से बड़ी तेजी बदलते जा रही थी. मौसम मचलते जा रहा था और दौर तूफान का हो चला था. ये मौसम कुदरती तो था ही, साथ राजनीतिक भी है. क्योंकि अजीत जोगी राजनाँदगाँव से चुनाव लड़ने का ऐलान कर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को सीधे चुनौती दे चुके थे. इस ऐलान को ऐलान-ए-जंग बनाने रविवार 11 फरवरी को अजीत जोगी राजनाँदगाँव के मैदान-ए-जंग में पहुँच गए.
एक तरफ जोगी के समर्थन में करीब 8 सौ गाड़ियों की काफिले के साथ हजारों समर्थकों की आँधी चल पड़ी थी, तो दूसरी ओर कुदरती मौसम तूफान और बारिश राजनाँदगाँव के रास्ते तेजी से रायपुर की ओर बढ चली थी. मौसम गुलाबी हो चला था, लेकिन खराब भी. लिहाजा अजीत जोगी का उड़नखटोला राजनाँदगाँव की आसमान में मंडराता रहा पर सीएम डॉ. रमन सिंह की जमीं पर नहीं उतर पाया. उसी आसमान के रास्ते अजीत जोगी वापस रायपुर लौटे. लेकिन अजीत जोगी के समर्थकों का काफिला सीएम के निर्वाचन क्षेत्र की ओर बढ़े चला. जिस तेज गति से जोगी राजनाँदगाँव में बिना उतरे लौंटे थे, उसी तेज गति से जोगी सड़क मार्ग से फिर राजनाँदगाँव की ओर बढ़ चले.
शाम 4.30 बजे के करीब अजीत जोगी हजारों समर्थकों के साथ अब राजनाँदगाँव में थे. हालांकि उस प्यारेलाल स्कूल मैदान में नहीं जहाँ उनकी आमसभा होनी थी, बल्कि बाबा फतेह शाल हॉल में. जहाँ खैरागढ़ राजपरिवार के मुखिया और पूर्व सांसद देवव्रत सिंह उनके स्वागत में तैयार खड़े थे. इसी हॉल से अपने हजारों समर्थकों की उपस्थति में जोगी ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को सीधी चुनौती देते हुए उनके खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया.
राजाँदगाँव जाने से पहले अजीत जोगी ने आकाशवाणी चौक स्थित कालीमाता मंदिर में अमित जोगी, बहू ऋचा जोगी, विधायक आरके राय, सियाराम कौशिक, पार्टी के उपाध्याक्ष धर्मजीत सिंह के साथ पूजा-अर्चना की और जीत का आशीर्वाद लिया. उसके बाद जोगी समर्थकों का काफिला गाजे-बाजे के साथ राजनाँदागाँव के लिए रवाना हुआ.
राजनाँदगाँव में जोगी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 14 साल से भाजपा सरकार के वादाखिलाफी को लेकर वे उनके ही निर्वाचन क्षेत्र की जनता के साथ अब चुनावी मैदान में हूँ. 14 साल से डॉ. रमन सिंह मुख्यमंत्री जरूर है, लेकिन आज तक वे सही मायने में राजनाँदगाँव के विधायक नहीं बन पाए हैं. जोगी ने यह भी कहा, कि दीया और तूफान की लड़ाई में रुपियों की बरसात होगी, नोट डॉ. रमन का होगा, वोट जोगी के लिए होगी. जोगी ने शायराना अंदाज में भी डॉ रमन सिंह को चुनौती दी कहा, “आंधी तू ही कर ले फैसला रोशनी कौन देगा, जिस दीए में दम होगा रोशनी वही देगा देगा”
- वहीं अजीत जोगी ने इस मौके पर डॉ. रमन सिंह को चुनौती देते हुए इन 11 सवालों पर जवाब मांगा –
छत्तीसगढ़ के 53% बच्चे कुपोषित हैं और सबसे जयादा 33,481 कुपोषित बच्चे आपके निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव में क्यों हैं? - छत्तीसगढ़ में किसान आत्महत्याओं के कुल मामलों में 25%- एक चौथाई- से ज्यादा मामले आपके गृह क्षेत्र राजनांदगांव और कवर्धा से क्यों है?
- पूरे प्रदेश में बेरोजगारी में नंबर वन राजनांदगांव जिला क्यों है? जिले में 2 लाख 73 हज़ार बेरोजगारो का पंजीयन रोजगार कार्यालय में है। जो थोडा-बहुत रोजगार का अवसर निकल रहा है उसे भी आप आउट्सॉर्सिंग करके दुसरे राज्य के युवाओं को बुला-बुला कर दे रहे हैं। क्या आपको नहीं मालूम कि गुपचुप तरीके से नागपुर, दिल्ली और मुंबई में हो रहे हैं इंटरव्यू? इतना बड़ा धोखा स्थानीय युवाओं के साथ क्यों?
- 2003 के चुनाव के समय केंद्रीय मंत्री रहते हुए आप ने BNC मिल को फिर से चालू करने का वादा किया था, उसका क्या हुआ? 2008 के चुनाव के मुख्यमंत्री रहते हुए आपने राजनादगांव मे भिलाई से बड़ा स्पात संयंत्र स्थपित करने का वादा वादा किया था, उसका क्या हुआ?
- राजनादगांव ब्लॉक में आपके द्वारा लगाए लैंको सोलर प्लांट में क्या जिले के 50 युवाओं को भी आज तक रोजगार मिल पाया?
- शिवनाथ नदी, मटिया-मोती नाला और मैंने जो मोगरा बराज बनाया था, उन सब का पानी, आम नागरिकों के पेयजल और किसानों के सिंचाई से छीन के टेडेसरा के प्रदूषण फैलाने वाले केमिकल फैक्टरियों को क्यों दे रहे हैं? लोग प्यासे हैं, खेत सूखे पड़े हैं, किसान आत्म-हत्या कर रहे हैं। वार्डो मे पानी के टेंकरो से पेयजल उपलब्ध कराया जाता है। 14 साल से आपकी सरकार है पर आज भी पूरे क्षेत्र में पेयजल के लिए हाहाकार क्यों मचा हुआ है?
- आपके राजनांदगांव का विधायक और आपके पुत्र का सांसद होने के बाद भी 25 से ज़्यादा ट्रेन यहाँ के मार्डन स्टेशन में क्यों नही रूकती? देश के प्रमुख तीर्थ स्थल जैसे नांदेड़,अजमेर,शिर्डी और जगन्नाथ पुरी जाने वाली रेलगाड़ियों का स्टापेज राजनांदगाँव में आज तक क्यों नही बन पाया?
- मुख्यमंत्री जी, कई सौ करोड़ की रिंग रोड तो आपने बनवा ली लेकिन जिनकी ज़मीनों पर वो रोड बनी है, उनको आज तक एक रुपया मुआवज़ा क्यों नहीं दिया? क्या ग़रीबों के आँसुओं पर खड़ा है आपका विकास?
- अब तक ₹100 करोड़ ख़र्च करने के बाद भी राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मामूली बीमारियों होने पर भी मरीज़ों को रायपुर रिफर क्यों कर दिया जाता है? यहाँ तक कि सर्प-दंश और कुत्ते के काटने का भी इलाज यहाँ क्यों नही होता?
- मुख्यमंत्री जी, आप और आपके मंत्री कई दसों बार विदेश गए। क्या आप वहाँ निवेश लाने जाते हैं या फिर यहाँ से लूटी काली कमाई का वहाँ निवेश करने जाते हैं? ऑगस्टा वेस्टलेण्ड हेलीकॉप्टर खरीदी से मिला कमीशन का करोडों रुपये ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड और नान घोटाले से लूटा हज़ारों करोड़ स्विट्सर्लंड के बैंक UBS-AG मे जमा है या नहीं? और यदि ये सब झूट है तो इसकी जाँच आप क्यों नहीं कराते?
- देश के 115 सबसे पिछड़े जिलों की सूची में राजनांदगांव का नाम क्यों हैं? क्या ये इस बात का प्रमाण नहीं है कि मुख्यमंत्री ने करोड़ों रुपये अपने प्रचार में खर्च किये, आम लोगों के उद्धार में नहीं?