रायपुर। ठंड के दिनों में होने वाले चुनाव ने प्रदेश के सियासी पारे को अभी से गर्मा दिया है. जैसे-जैसे मतदान के दिन नजदीक आते जा रहे हैं, छत्तीसगढ़ में चुनावी हलचल तेज होते जा रही है. आने वाले दिनों में प्रदेश में और भी ज्यादा गहमा-गहमी देखने को मिल सकती है. हम आपको हर रोज दिनभर की ताजातरीन और बड़ी घटनाओं से रूबरू कराने जा रहे हैं. प्रदेश के सबसे विश्वसनीय और सबसे तेज वेब न्यूज पोर्टल लल्लूराम डॉट कॉम में शनिवार से हम दिनभर की प्रमुख हलचलों को बताने की शुरुआत कर रहे हैं. जिसके तहत हर रोज रात में आपको प्रदेश की सारी प्रमुख राजनीतिक गतिविधियां और घटनाएं आपके मोबाइल और कंप्यूटर पर देखने को मिल जाएगी. वो भी हल्के-फुल्के अंदाज में थोड़ा व्यंग्य के साथ, तो थोड़ी मस्ती भरी. ताकि दिन भर काम करने के बाद खबर से और ना हो आपको थकान.

रामदयाल उईके ने भाजपा प्रवेश किया

आज कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उईके ने पार्टी छोड़कर सबको चौंका दिया. चौंकाने वाली बात यह थी कि उईके ने कांग्रेस के हाथ को झटकते हुए, भगवा चोला ओढ़ लिया. छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने राम दयाल उईके को भाजपा की सदस्यता दिलाई. वहीं सीएम रमन उईके को कांग्रेस को समूल जड़ से उखाड़ फेंकने की सौंगध दिलाई. सौंगध शायद इस बात की भी दिलाई होगी की अब दुबारा पार्टी छोड़कर नहीं जाना. वैसे तो उईके ने कुछ दिन पहले कार्यकर्ताओं को भाजपा को प्रदेश से भगाने के लिए लाठी गोली चलाने का संकल्प दिलाया था. लेकिन खुद ही संकल्प भूल गए.

उईके के जाने के बाद कांग्रेस को बड़ा जोर का झटका महसूस हुआ होगा, अब जब भी अमित शाह छत्तीसगढ़ आएंगे कांग्रेस अपने नेताओं को छिपाने की कवायद में लग जाएगी.

किसान नेता रामकुमार यादव कांग्रेस में शामिल

किसान नेता रामकुमार यादव आज कांग्रेस में शामिल हो गए. राम कुमार यादव पिछले चुनाव में बसपा की टिकट पर चंद्रपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे. उन्हें भाजपा के युद्धवीर सिंह जूदेव ने कड़े मुकाबले में हराया था. राम कुमार पहले हाथी में चढ़कर दौड़ने की कोशिश किए लेकिन जब दौड़ में हार गए तो हाथी से उतरने में ही अपनी समझदारी समझी. हाथी से उतरे तो छत्तीसगढ़ एकता मंच बना लिया लेकिन किसी को पार्टी में ला नहीं सके और पार्टी में वे खुद एक ही रहे. लिहाजा कांग्रेस का हाथ पकड़कर विधानसभा के भीतर जाने का ख्वाब देखने में बुराई नहीं समझी.

वरिष्ठ पत्रकार रुचिर गर्ग ने राजनीति में प्रवेश किया

वरिष्ठ पत्रकार रुचिर गर्ग ने पत्रकारिता छोड़ कर कांग्रेस प्रवेश कर लिया. शनिवार को दिल्ली में राहुल गांधी ने उन्हें विधिवत कांग्रेस की सदस्यता दिलाई. वैसे भी पत्रकारिता की कलम की स्याही का रंग भी मौजूदा वक्त में अब बदलने लगा है, इससे सरकार, सरकार के अलावा दूसरा कुछ लिखाता भी नहीं.. तो गर्ग ने भी सोचा होगा सरकार आराधना करने से अच्छा क्यूं ने खुद भविष्य की सरकार बन जाऊं..

छविन्द्र कर्मा मां के खिलाफ उतरेंगे मैदान में

आज की सबसे बड़ी चौंकाने वाली खबर यह थी कि बस्तर टाइगर और पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेन्द्र कर्मा के बेटे छविन्द्र कर्मा ने अपनी माता देवती कर्मा के खिलाफ ही निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. लगता है छविन्द्र ने अपने परिवार के लिए ही कुरुक्षेत्र का इतिहास पढ़ा था.

मायावती ने भरी हुंकार

बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज बिलासपुर में बड़ी सभा की, जोगी के साथ गठबंधन के बाद दोनों की साथ में यह पहली आमसभा थी. आमसभा में भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी. अब जब हाथी गुजरेगा तो देखने वालों की भीड़ तो लगती ही है. वैसे भी यूपी में लोग सत्ता की कुर्सी के बजाय पार्क में ही हाथी देखना ज्यादा बेहतर समझे. वैसे भी हाथी से कभी खेत की जुताई भी होती है भला जो छत्तीसगढ़ में नई फसल उगेगी. मायावती की माया में आए जोगी ने भी कह दिया, प्रधानमंत्री मायावती को ही बनाना है तो माया ने भी कह दिया जोगी जैसा कोई नहीं.