रायपुर- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है. भूपेश ने कहा कि बालोद की सभा में उनके भाषण को सुनकर यही कह सकता हूं कि पीएम मोदी झूठा है. उनके भाषणों में झूठ का पुलिंदा था. उनसे हमने 19 सवाल किए थे, लेकिन एक भी सवाल का जवाब उन्होंने नहीं दिया. कल यानी पांच अप्रैल को मैंने मोदी जी से 20 सवाल पूछे थे. मोदी जी जवाब नहीं देते ना सही लेकिन उन्हें नए झूठ तो नहीं बोलने थे. वे फिर से छत्तीसगढ़ की धरती से नए झूठ बोलकर चले गए.

भूपेश बघेल ने कहा कि मोदी किसान सम्मान निधि के संदर्भ में देश में 3 करोड़ और छत्तीसगढ़ में 35 लाख किसानों को 76 हजार करोड़ देने की बात कही.  उनकी योजना के अनुसार 5 एकड़ से अधिक ज़मीन वालों और परिवार में शासकीय सेवा और 10 हजार से अधिक पेंशन वाले किसान को लाभ नहीं मिलेगा. तो फिर आपके बताये इस 35 लाख किसानों की संख्या तो यूं भी घट जाएगी. और जब छत्तीसगढ़ में पंजीकृत किसानों की संख्या ही साढ़े 16 लाख है तो फिर वे बाक़ी के किसानों को कैसे योजना का लाभ देंगे?
सच्चाई ये है कि छत्तीसगढ़ में 35 लाख किसान का कोई आंकड़ा नहीं है झूठे आंकड़ें जाने कहां से लेकर पढ़ रहे हैं. हमने भी 35 लाख किसानों की जानकारी अधिकारियों से मांगी है.
नरेंद्र मोदी कह रहे थे कि कांग्रेस की नीयत गरीब किसान का भला करने की नहीं है. प्रधानमंत्री छत्तीसगढ़ की जनता को यह भी बता जाते कि उन्होंने तत्कालीन छत्तीसगढ़ सरकार के मांगने पर भी किसानों के बोनस के लिए पैसा नहीं दिया था? पीएम मोदी किसान हित की बात कहते लेकिन उन्होंने किसानों का बोनस रोक दिया, 21 सौ रुपए समर्थन मूल्य नहीं दिया. मोदी तो सिर्फ उद्योगपतियों के पक्ष में रहे हैं. जबकि हमने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही किसानों का कर्जा माफ किया, 25 सौ रुपये समर्थन मूल्य में धान खरीदी की, बिजली हाफ किया, आदिवासियों की जमीनें लौटाई.

बघेल ने यह भी कहा कि मोदी जी की पार्टी की सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों को महज ढाई हजार रुपए प्रति बोरा मजदूरी दे रही थी. अगर होमवर्क अगर दुरुस्त होता, तो उनको मालूम होता कि कांग्रेस की सरकार ने तेंदूपत्ता की कीमत बढ़ाकर 4000 रुपया प्रति मानक बोरा कर दी है. कांग्रेस की सरकार ने दलाली के लिए साड़ी और जूते बांटने के बजाय, सीधे आदिवासियों के बैंक खातों में रकम पहुंचाने का फैसला लिया है. इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी पर यह भी निशाना साधा कि वे अपनी सभाओं में पेड वर्करों को बुलाते हैं जो भाषण के दौरान हां-हां मिलाते हैं.

इस दौरान एक बार फिर उन्होंने रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा उनके लुकआउट सर्कुलर जारी हो गया है. रमन सिंह इसके बारे मोदी को बताए हैं कि नहीं? इसके साथ ही उन्होंने केरोसिन, दाल भात योजना का भी जिक्र किया और कहा केंद्र सरकार ने दोनों योजना में गरीबों का हक मार रही है.

वहीं उन्होंने नक्सल घटना और शहीद जवानों को लेकर कहा कि मोदी ने अपने भाषण में कांकेर की ताजा घटना जिक्र किया था. लेकिन उन्हें याद रहना चाहिए कि रमन सरकार के कार्यकाल में 76 जवानों की शहादत हुई थी. हम शहीद जवानों को लेकर आपकी तरह राजनीति नहीं करना चाहते. भूपेश बघेल ने ट्रांसफर उद्योग को लेकर उठे सवाल पर भी पूर्व सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि हमारे 68 विधायक जीतकर आएं ये उनकी ताकत है. पूर्व सरकार की तरह एक ही जगह से ट्रांसफर नहीं होते थे अब सबके पास अधिकार है.