रायपुर-  स्मार्ट सिटी बनने की दौड़ में राजधानी रायपुर ने लंबी छलांग लगाई है. मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने एक्सप्रेस वे, ओवरब्रिज, ओवरपास, स्काई वाक, अंडर ब्रिज बनाने 680 करोड़ रूपए की विकास योजनाओं का शिलान्यास किया. इस दौरान डा.रमन सिंह ने कहा कि – 13 सालों के मेरे कार्यकाल में ये पहला मौका है, जब 680 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास एक साथ रखा है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में 17 सालों की यात्रा को देखा जाए तो किसी भी राज्य की राजधानी में अधोसंरचना का इतना काम नहीं हुआ। डा.रमन सिंह ने कहा कि- आज भी मैं जब भोपाल जाता हूँ, तो देखता हूँ, भोपाल वैसा का वैसा है, लेकिन कोई यदि रायपुर आता है, तो यहां का विकास देखकर हतप्रभ हो जाता है.

मुख्यमंत्री ने कहा जयस्तंभ चौक पर लगने वाला स्काई वाक अपने आप मे कल्पनाशीलता का बेहतरीन नमूना है. देश के चुनिदा शहरों में स्काई वाक है. डा.रमन सिंह ने कहा कि रायपुर के इतिहास में ये पहला मौका है, जब एक साथ 1300 करोड़ रुपए की निर्माण योजनाएं एक साथ चलाई जा रही हैं. रायपुर में 611 करोड़ का काम पहले से चल रहा है. उन्होंने कहा कि- 1990 में मैं जब विधायक था, तो अपने विधानसभा क्षेत्र में 5 किलोमीटर की डब्लूबीएम सड़क या 3 किलोमीटर की डामर सड़क बनाने का काम स्वीकृत हो जाता था, तो 15 दिनों तक अखबारों में छपवाता था. लेकिन आज छत्तीसगढ़ में एक साथ 27 हजार करोड़ रूपए की सड़क बनाने का काम एक साथ चल रहा है. प्रदेश का ऐसा कोई हिस्सा नहीं है, जहां सड़क निर्माण का काम नहीं चल रहा होगा. उन्होंने कहा कि दोरनापाल में ओडिशा को जोड़ने वाले ब्रिज के उद्घाटन के दौरान निर्माण कार्य की खुशी लोगों में देखने को मिली. जिस दोरनापाल में किसी कार्यक्रम में सौ लोग भी इकठ्ठा नहीं होते थे, ब्रिज के उद्घाटन के मौके पर दस हजार लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. डा.रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश में हम ना केवल रोड कनेक्टिविटी पर जोर दे रहे हैं, बल्कि मोबाइल कनेक्टिविटी पर भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. स्काई योजना के तहत 45 लाख मोबाइल फोन बांटने की योजना शुरू की गई है. ऐसी योजना जिसकी कल्पना कभी किसी ने नहीं की थी. छत्तीसगढ़ के एक-एक पंचायत को हम मोबाइल कनेक्टिविटी से जोड़ रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ बजट से विकास संभव नहीं हो सकता. योजनाएं बनती है, तो इससे कहीं ज्यादा राशि की जरूरत पड़ती है. छत्तीसगढ़ देश का ऐसा राज्य है, जिसे आज कोई भी फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन पैसा मांगने पर बिना देरी किए पैसा देती है. ये भरोसा कायम किया है छत्तीसगढ़ ने. डा.रमन सिंह ने कहा कि देश में विकास को गति मिली है, तो इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी भूमिका है. मोदी 2019 की चिंता नहीं करते, उनकी बातों में 2022 की बातें होती है, क्योंकि वो जानते हैं कि 2022 तक वो कहीं नहीं जाने वाले. डा.रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सड़क निर्माण के क्षेत्र में जिस तेजी से काम चल रहा है, उसके पीछे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की भी बड़ी भूमिका है. छत्तीसगढ़ से जाने वाले एक भी प्रस्ताव को गडकरी ने लौटाया नहीं है. मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के अंतिम हिस्से में जाते-जाते अमित शाह के दिए उस टारगेट का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने 65 सीटें जीतने की बात कही है.

पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि प्रदेश के चारों हिस्से में 27 हजार करोड़ रुपये के काम चल रहे है.  उन्होंने कहा कि 15 अगस्त के बाद देश का सबसे अच्छा ऑडिटोरियम रायपुर में बनकर तैयार हो जाएगा. उन्होंने कहा कि 13 साल में जितना पैसा रायपुर के विकास में खर्च हुआ है, देश की आजादी के बाद इतना पैसा कभी खर्च नहीं हुआ. जो बाहर से आता है,  वो तारीफ करता है. राजेश मूणत ने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि – आओ हम सब मिलकर रायपुर को सुंदर और स्वच्छ बनाये. मूणत ने दावा किया है कि जिन योजनाओं का आज भूमिपूजन किया गया है, 15 अगस्त 2018 तक इसे पूरा कर लिया जाएगा.

कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा – ये कार्यक्रम रायपुर शहर को नया स्वरूप देने का कार्यक्रम है. बृजमोहन ने कहा कि किसी भी शहर में सड़क का बनना ऐतिहासिक काम होता है. मुझे लगता है,  रायपुर शहर के सौ सालों का सबसे बड़ा काम होगा. उन्होंने कहा कि रायपुर को स्मार्ट कैपिटल बनाना है तो हम सबको भी स्मार्ट शहर का स्मार्ट नागरिक बनना होगा.

मुख्यमंत्री के सचिव सुबोध सिंह ने कहा- इन योजनाओं के पहेल केनाल रोड बनने का फायदा शहर को मिला है. अब एक्सप्रेस वे बनाया जा रहा है.  चार सौ करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 12 किलोमीटर के इस नई सड़क के बनने से सफर में कम वक्त लगेगा.  अभी अलग-अलग रास्तों से मंजिल तक पहुंचने के लिए 40- 45 मिनट का वक़्त लगता है. शास्त्री चौक काफी बड़ा है. रोड पर करने में राहगीरों को बड़ी दिक्कत होती है. स्काई वाक के बनने से लोगों को  दिक्कतों से निजात मिलेगी. भाठागांव, कुशालपुर चौक में भी ओवरपास बन रहा है. सुबोध सिंह ने कहा कि 15 दिन पहले जब सीएम विभाग की समीक्षा कर रहे थे तब उन्होंने कहा था कि अगले एक साल में इन योजनाओं को पूरा कर लिया जाए, लिहाजा इसे लक्ष्य बनाकर पूरा करना तय किया गया है.