रायपुर। कब किस की मौत कहां आ जाए यह कोई भी नहीं जानता. ऐसा ही कुछ छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स के उपाध्यक्ष भरत बजाज के भतीजे शंकर बजाज के साथ हुआ. शंकर बजाज अपने दोस्तों व परिवार के साथ सीपीएल क्रिकेट मैच देख कर लौट रहे थे.

इसी दौरान वे मंदिर हसौद थानांतर्गत स्थित छोटू ढाबा में दोस्तों के साथ खाना खाने रुक गए और परिवार को घर भेज दिया. शंकर दोस्तों के साथ ढाबा के बाहर लगे टेबल में बैठकर खाना खा रहे थे. खाना खाने के बाद उनके दोस्त बिल देने के लिए काउंटर में गए और शंकर अपने टेबल पर ही बैठे थे. उसी दौरान रांग साईड से आता हुआ एक ट्रेलर ने वहां एक कार को तेजी से ठोकर मार दी.इस टक्कर के बाद कार पलटी खाते खाते उस टेबल के ऊपर जा गिरी,जहां शंकर बैठे थे.शंकर कार के नीचे दब गये.

कार को ठोंकने से पहले तेज रफ्तार ट्रक ने वहां पर बिजली के खंभे को भी टक्कर मारा था,जिससे वहां लाइट गुल हो गई.लाइट गुल होने के चलते शंकर के दोस्त आधे घंटे तक उन्हें खोजते रहे और बाद में मोबाइल के टार्च की रोशनी से खोचने के दौरान अचानक जब उनके दोस्तों की नजर पलटी हुई कार पर पड़ी,तो शंकर उसके नीचे दबे हुए मिले.दोस्तों ने मशक्कत कर शंकर को बाहर निकाला और आनन फानन में इलाज के लिये राम कृष्ण केयर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि ट्रेलर में पोकलैन लोड था.