दक्षिण भारतीयों को लेकर बीजेपी नेता तरुण विजय की टिप्पणी का विरोध करते हुए कांग्रेस ने आज लोकसभा में आरोप लगाया कि ऐसे बयान से देश की अखंडता प्रभावित होती है और सरकार बताए कि इस मामले में क्या कार्रवाई हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व राज्यसभा सदस्य के माफी मांगने के बाद यहां यह सवाल उठाने का कोई औचित्य नहीं है. लोकसभा में शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष और विविधता में एकता वाले देश में कुछ लोग जातिवादी और नस्लवादी बयानों से देश की अखंडता और धर्मनिरपेक्षता को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व राज्यसभा सांसद तरुण विजय के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि बीजेपी की विचारधारा पर 15 से 20 किताबें लिख चुके और कई अखबारों में नियमित स्तंभ लिखने वाले व्यक्ति ने एक टीवी इंटरव्यू में दक्षिण भारतीयों के खिलाफ नस्लभेदी बयान दिया है।
खड़गे ने कहा, ‘वह कोई सामान्य कार्यकर्ता नहीं हैं। इस विचारधारा को रंग-रूप देने में उनका बड़ा हाथ है। वह ऐसी बात कर रहे हैं।’ स्वयं कर्नाटक से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘क्या दक्षिण भारत में रहने वाले लोग इस देश के नागरिक नहीं हैं? क्या हम भारतीय नहीं हैं? वह (तरुण विजय) क्या जर्मनी से आए हैं? वो क्या हिटलर के वंशज हैं?’ खड़गे ने आरोप लगाया कि ऐसे बयानों से देश को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। यह आपकी मानसिकता को दर्शाता है। ऐसा लगता है कि सरकार ऐसे लोगों का समर्थन कर रही है।