रायपुर। शिक्षाकर्मियों के संविलियन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री के बयान के बाद सियासत गरमा गई है. सीएम के बयान पर नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने चुटकी लेते हुए तंज कसा है. शिक्षाकर्मियों की मांग और संविलियन का समर्थन करने वाले सिंहदेव ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री कहते हैं कि संविलियन का हल निकाल लिया गया है तो संविलियन लागू करें. सालों से शिक्षाकर्मियों की मांग को मुख्यमंत्री लटकाकर क्यों रखे हैं? शिक्षाकर्मी बार-बार आंदोलन को मजबूर हो रहे हैं, मैंने कई पत्र लिखें है. लेकिन सरकार शिक्षाकर्मियों को संविलियन की मांग पर सिर्फ आश्वासन ही देती आई है. अब अगर मुख्यमंत्री कह रहे हैं तो तत्काल संविलियन आदेश लागू किया जाए.  सरकार की कथनी और करनी दोनों में ही अंतर है और इसे शिक्षाकर्मी बीते 15 बरस देख रहे हैं.  सरकार ने 2003, 2008 और 2013 में सिर्फ वादा किया, वादें को पूरा नहीं किया. संविलियन देने का वादा करने वाली सरकार हर आंदोलन के बाद शिक्षाकर्मियों को ठगने काम करती है. एक बार फिर सरकार 26 मई को शिक्षाकर्मियों के संविलियन संकल्प दिवस देखते हुए हल निकाल लेने की बात कह रही है. जबकि अभी तो मामला हाई पावर कमेटी और एक राज्य से दूसरे राज्य तक अध्ययन में भी अटका हुआ है.

आपको बता दे कि मुख्यमंत्री ने आज पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा है कि शिक्षाकर्मियों के संविलियन को लेकर हल निकाल लिया गया है. शिक्षाकर्मी भरोसा रखे, निर्यण हितकारी होगा. वहीं शिक्षाकर्मी संघ दूसरी ओर संविलियन की मांग को लेकर विधानसभा मिशन, हमारा संविलियन नारे के साथ सभी 90 विधानसभा में संविलियन संकल्प दिवस मनाने की तैयारी में जुटा है.