चीन के विरोध के बीच बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा आज से अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर हैं. वेस्ट तवांग से उनके दौरे की शुरुआत हो रही है. दलाई लामा के दौरे पर गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने चीन को नसीहत दी. रिजिजू ने चीन को दो टूक अंदाज में कहा कि वो भारत के आंतरिक मामलों में दखल न दे.

किरण रिजिजू ने दलाई लामा के अरुणाचल दौरे को पूरे तरीके से धार्मिक करार दिया. उन्होंने कहा कि इस यात्रा का कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है. धर्म गुरू होने के नाते हजारों लोगों की तमन्ना थी. लोगों की भावनाओं को देखते हुए दलाई लामा यहां पहुंचे हैं. रिजिजू ने कहा- भारत एक स्वतंत्र देश है और किसी भी धर्म गुरू के आने-जाने पर यहां कोई रोक नहीं है.

भारत के साथ पूरी दुनिया भले ही दलाई लामा को आध्यात्मिक नेता मानती हो लेकिन चीन उन्हें एक अलगाववादी नेता के तौर पर देखता है. वहां के अखबारों में पहले भी ऐसी खबरें छपी हैं कि लाई लामा को विवादित क्षेत्र की यात्रा करने की अनुमति देने से अनिवार्य रूप से टकराव उत्पन्न होगा, क्षेत्र की स्थिरता कमजोर होगी और भारत-चीन संबंधों में खटास पैदा होगी. उनका मानना है कि भारत दलाई मुद्दे का इस्तेमाल कर कई तरह के फायदे हासिल कर सकता है.