शिवा यादव,दोरनापाल. नक्सलियों द्वारा जारी किए गए 8 वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं. इन वीडियों को बुर्कापाल नक्सल हमले के दौरान का बताया जा रहा है. वहीं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस वीडियो को असली मानने से इंकार किया है.
देखिये वीडियो का अंश..[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=F31Jl3lYGns[/embedyt]
नक्सलियों के पीडब्लूजीएल संगठन द्वारा तैयार इन वीडियो में नक्सलियों को जंगल के अंदर लड़ाई करते दिखाया गया है. वीडियो में दिखाया गया है कि नक्सली किस तरह से फोर्स के साथ जंग लड़ते हैं. एक वीडियो में नक्सली ग्रामीणों को संबोधित करते हुए दिख रहे हैं. वे स्थानीय बोली में बात कर रहे हैं उस वीडियो में फोर्स के साथ मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों को उनकी मौत पर श्रद्धांजली दी जा रही है.
देखिये वीडियो का एक और अंश…[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=E8GoiAieUnQ[/embedyt]
मारे गए नक्सलियों के पक्ष में नारेबाजी की जा रही है उन्हें अमर शहीद कहकर नारे लगाए जा रहे हैं. हालांकि जो वीडियो वायरल किया गया है उनमें से अधिकांश वीडियो में ए़डिटंग की गई है साथ ही कुछ स्पेशल इफेक्ट भी डाला गया है.
उधर इन वीडियो के जारी होने के बाद पुलिस सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने इसे लड़ाई का नहीं बल्कि रिहर्सल का वीडियो बताया है. उधर नक्सल मामलों के जानकारों का कहना है कि नक्सलियों द्वारा जारी किया गया वीडियो उनकी सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है. वो अपने वीडियो के जरिए सरकार और फोर्स को बताना चाह रहे हैं कि उनके हौसले बुलंद हैं. एक तरीके से ये सरकार पर व फोर्स पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का तरीका है.