रायपुर। छत्तीसगढ़ के सबसे चर्चित विधानसभा सीटों मे से एक है धरसींवा विधानसभा सीट. इस सीट पर बीते 3 चुनाव से लगातार जीत रहे हैं भाजपा के देवजी भाई पटेल. देवजी भाई पटेल को हराना यहां कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. यही वजह है कि एक बार फिर भाजपा ने देवजी भाई पटेल पर ही भरोसा जताते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाया है.

लेकिन याद करिए 2013 का चुनाव जब देवजी भाई पटेल धरसींवा हारते-हारते जीते थे. 2013 के चुनाव में झीरम घाटी हमले में मारे गए योगेन्द्र शर्मा की पत्नी अनिता योगेन्द्र शर्मा ने देवजी को कड़ी टक्कर दी थी.  लगभग 21 सौ वोट से ही अनिता योगेन्द्र शर्मा चुनाव हारी थीं.  मतगणना में अंतिम वक्त ये स्थिति बनी रही कि कहीं ऐसा न हो की इस बार धरसींवा में उलट-फेर हो जाए. लेकिन रोचक मुकाबले में देवजी भाई पटेल चुनाव जीतने में कामयाब रहे.

परिणाम के बाद धरसींवा सीट की समीक्षा हुई तो यह बात स्पष्ट तौर पर सामने आई थी कि अनिता योगेन्द्र शर्मा भीतरघात का शिकार हो गई थीं. उनके अपने ही दल के कुछ लोगों ने उनके साथ दगा कर दिया था. जिसके चलते वह चुनाव जीतते-जीतते हार गई थीं. भीतरघात की शिकायत चुनाव के बाद कांग्रेस हाईकमान तक हुई थी.

जहां तक सवाल 2018 के समीकरण को लेकर है तो इस बार भी पार्टी के तमाम सर्वें में अनिता योगेन्द्र ही पहली पसंद बनी हुई है.  जातिगत समीकरणों से दूर ओबीसी वर्ग में भी पहली प्राथमिकता के तौर अनिता योगेन्द्र शर्मा ही है. धरसींवा के भीतर राजनीतिक विश्लेषक यह साफ तौर पर मानते हैं कि यहां किसी तरह से कोई जातिगत फैक्टर काम नहीं करता. जातिगत फैक्टर काम करता तो देवजी भाई पटेल तीन बार से चुनाव नहीं जीत रहे होते. यही वजह है कि यहां समान्य वर्ग से अनिता योगेन्द्र शर्मा ही सबसे मजबूत उम्मीदवार बताई जा रही है. हालांकि अब तक कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए है. क्योंकि धरसींवा की तरह कई सीटों पर पार्टी के नेताओं की एक राय नहीं बन पाई है.

सूत्रों के मुताबिक इस बार धरसींवा सीट से झीरम घाटी हमले में मारे गए योगेन्द्र शर्मा की पत्नी अनिता योगेन्द्र शर्मा के साथ-साथ एक प्रमुख बिल्डर शैलेन्द्र वर्मा जो कि भाजपा के पूर्व विधायक विजय बघेल के रिश्तेदार हैं वह भी शामिल है. इसके साथ-साथ कुर्मी समाज के नेता उधो वर्मा की भी दावेदारी बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि शैलेन्द्र वर्मा राज्यसभा सांसद छाया वर्मा की पसंद है, जबकि अनिता योगेन्द्र शर्मा स्थानीय चेहरा होने के नाते धरसींवा क्षेत्र के कांग्रेसियों की लिए पहली पसंद के साथ मजबूत बताई जा रही हैं. फिलहाल अब सभी को इंतजार कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी होने वाली सूची का है.