रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने एक बार फिर नक्सलवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. सीएम ने नक्सलियों को दो टूक शब्दों में सरेंडर करने के लिए कह दिया है. उन्होंने कहा कि अब बीच का रास्ता बंद हो चुका है. नक्सली सरेंडर कर दें नहीं तो हमारे जवान उन्हें समाप्त करने के लिए तैयार हैं. जब तक राज्य का आखरी नक्सली सरेंडर नहीं करता या मारा नहीं जता तब तक सैनिक आपरेशन इसी आक्रमकता से जारी रहेगा.
नक्सलियों को सरेंडर के लिए चुनौति देने के साथ ही सीएम ने नक्सलवाद के खात्मे के लिए आदिवासियों को आगे आने का आह्वान किया  है. उन्होंने कहा कि हमने नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प लिया है. पुलिस बल की क्षमता और उनकी संख्या बढ़ाई गई है. अर्धसैनिक बल लगाए गए हैं. नक्सल समस्या के समाधाने के लिए आदिवासी भाईयों के आगे आने की जरुरत है. बस्तर से नक्सलवाद खात्मे के लिए बस्तरिया बटालियन का भी गठन किया है. अब छत्तीसगढ़ शांति की दिशा में आगे बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने नक्सलवाद को लेकर यह बयान नव आरक्षकों के दीक्षांत परेड के कार्यक्रम में दिया. इस दौरान डीजीपी एएन उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में आला अधिकारी मौजूद थे. कार्यक्रम में पहुंचे सीएम ने पहले परेड का निरीक्षण किया फिर सलामी ली. नव आरक्षकों में कुल नए 526 आरक्षक हैं. जिसमें महिला आरक्षकों की संख्या 194 है.
उस दौरान उन्होंने कहा कि ये पहला मौका है जब महिला आरक्षक सशत्र सेना में शामिल हो रहीं हैं. ये ऐतिहासिक मौका है. आत्मविश्वास में सभी दिख रहीं हैं. जब इतनी बेटियां मैदान में आ जाती हैं तो मौसम भी बदल जाता है. इसमें से 75 फीसदी बस्तर इलाके के हैं.

आरक्षकों का बढ़ेगा वेतन

इस दौरान सीएम ने मंच से कई महत्वपूर्ण घोषणा भी की सीएम ने कहा कि जवानों को रिस्पॉन्स भत्ता दिया जाएगा. उन्हें बुलेट प्रूफ जैकेट दिए जाएंगे. सभी जवानों को जिम की सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही सीएम ने नए 10 हजार पुलिस मकान बनाने की घोषणा भी की है. इसके साथ ही सीएम ने आरक्षकों का वेतन बढ़ाने की बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के जवानों के बराबर यहां के आरक्षकों का वेतन किया जाएगा.