दुर्ग। एन.जी.टी ने प्रदेश में प्रदूषण को नियंत्रित करने और पर्यावरण एंव नगरीय संस्थाओं पर नजर रखने के लिए बिलासपुर हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायधीश धीरेंद्र मिश्रा की नियुक्ति की है. आज धीरेंद्र मिश्रा कचरे का निष्पादन और उसकी व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने दुर्ग जिले के दौरे पर पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने दुर्ग जिले के कुम्हारी, चरोदा, पावरहाउस मार्केट के अपशिष्ट प्रबन्धन केंद्र एसएलआर सेंटरो का निरीक्षण किया.
बता दें किनेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने प्रदेश में प्रदूषण को नियंत्रित करने और पर्यावरण एंव नगरीय संस्थाओं पर नजर रखने के लिए न्यायधीश धीरेंद्र मिश्रा की नियुक्ति की है. एनजीटी के फटकार के बाद सभी नगरीय निकायों ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और वाटर मैनेजमेंट पर कितना काम किया है इसकी जानकारी लेने न्यायमूर्ति धीरेन्द्र मिश्रा छत्तीसगढ़ संचालनालय के अपर आयुक्त सौमिल रंजन चौबे, कलेक्टर अंकित आनंद एवं अन्यअधिकारियों के साथ यहां पहुंचे. जहां उन्हे भिलाई और चरोदा में सन्तोष जनक कार्य दिखा, जिसकी तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह कार्य होता है तो भिलाई दुर्ग शहर में किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं होगा.
भिलाई नगर निगम आयुक्त एस के सुन्दरानी ने भिलाई में सॉलिड वेस्ट से बनाये जा रहे डिवाइडर, पेवर ब्लॉक्स, और फिलर की जानकारी धीरेंद्र मिश्रा को दी है. एसएलआरएम सेंटर के निरीक्षण के दौरान न्यायमूर्ति धीरेन्द्र मिश्रा ने निगम अधिकारियों से कहा कि स्वच्छता दीदियों की संख्या बढ़ाएं, नालियों से गंदगी नाले, तालाबों और नदी में न जाए इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करें. धमधा नाका एसएलआरएम सेंटर में डोर टू डोर कलेक्शन कर कचरा रिक्शा से लाए जाने वाले कचरों की जानकारी ली.न्यायधीश धीरेंद्र मिश्रा ने सख्त निर्देश देते हुए यहां मौजूद अधिकारियों से कहा कि प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए भरसक प्रयास करना होगा. कॉलोनियों से निकलने वाले कचरे के निपटान के लिए कार्य योजना तत्काल बनाई जाए.