रायपुर। दीपावली करीब है लेकिन छत्तीसगढ़ में गर्माहट है. चुनावी मौसम में आरोप प्रत्यारोप की झड़ी है. दिल्ली से पहुंचे भाजपा और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं ने एक-दूसरे की पार्टियों पर फुलझड़ियां छोड़ी तो किसी ने आरोपों का बम फोड़ा. आईये बताते हैं प्रियंका चतुर्वेदी ने कौन सा बम फोड़ा तो संबित पात्रा ने किस लड़ में आग लगाई.

 भाजपा पर कांग्रेस का प्रियंका वार

छत्तीसगढ़ प्रवास पर रायपुर पहुँची प्रियंका चतुर्वेदी ने रमन सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. प्रेसवार्ता में रमन सरकार हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र में शिक्षा और  खासकर कन्या शिक्षा की स्थिति बहुत खराब है. आज स्थिति ये है कि सीएम के क्षेत्र में 11 हजार छात्राएं स्कूल छोड़ने को मजबूर हैं.  वहीं उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश में 37 हजार महिलाएं लापता है. लापता महिलाओं को ढूँढ पाने में सरकार नाकाम रही है. प्रदेश के भीतर महिला अत्याचारों की इंतहा है. झलियामारीकांड से लेकर नसबंदीकांड तक महिलाएं प्रताड़ित हैं. नक्सलवाद के नाम पर भी आदिवासी महिलाओं के साथ लगातार प्रताड़ना के मामले सामने आते रहते हैं. लेकिन हैरानी की बात तमाम शिकायातों के बाद रमन सरकार ने किसी तरह की कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की. हम यह भरोसा दिलाते हैं प्रदेश की महिलाओं को की कांग्रेस की सरकार बनते ही महिलाओं के साथ हुए अत्याचार के मामलों को लेकर जिम्मेदारी तय करेंगे, कार्रवाई करेंगे.

राहुल पर संबित आरोप

छत्तीसगढ़ का चुनाव इस दफा कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए बेहद अहम है. जहां कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन पाने की कवायद में लगी हुई है. वहीं भाजपा अपनी 15 साल की सत्ता को बरकरार रखने की. दोनों ही दल ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ताओं को छत्तीसगढ़ भेज दिया है. रायपुर पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस को जमकर आड़े हाथ लिया है. संबित पात्रा ने दावा किया है कि प्रदेश में भाजपा 65 सीट जीतकर वापस आएगी. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास की बयार बहेगी. यहां सिर्फ विकास ही बीजेपी का एक बड़ा मुद्दा है. छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के वक़्त की स्थिति देखकर लोगों को लगता था कि क्या यह अपने पैर पर खड़ा हो पायेगा? संबित पात्रा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर नक्सलियों के साथ सांठगांठ का बड़ा गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस पार्टी नक्सलियों के साथ खड़ी है और केंद्र में राहुल गांधी शहरी नेटवर्क के पक्ष में ट्वीट कर रहे है. उन्होंन कहा कि राहुल गांधी जवाब दे नक्सलियों के साथ उनकी पार्टी क्यों खड़ी है.

माहेश्वरी समाज से भी उठी टिकट की मांग

टिकट के लिए सिंधी समाज के अल्टीमेटम के बाद माहेश्वरी समाज से भी विधानसभा चुनाव में बीजेपी से टिकट देने की मांग उठने लगी है. माहेश्वरी समाज ने बैठक कर समाज ने भाजपा से छगनलाल मूंदड़ा और कांग्रेस से सुनील माहेश्वरी को टिकट देने की मांग की है. समाज के लोगों का कहना कि छगनलाल मूंदड़ा ने काफी लंबे समय तक भाजपा पार्टी की सेवा की है, इसलिए उसे रायपुर उत्तर से प्रत्याशी बनाया जाए. वहीं समाज ने कांग्रेस पार्टी को भाटापारा से सुनील माहेश्वरी को टिकट देने मांग की. समाज ने कहा कि सुनील माहेश्वरी की पकड़ भाटापारा, बलौदाबाजार और धरसींवा विधानसभा क्षेत्र में हैं. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए काम किया है. वे काफी समय से भाटापारा में सक्रिय है, इसलिए उसे उम्मीदवार बनाया जाए.

चुनाव से पहले पार्टी छोड़ने की होड़

चुनाव आते ही एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी जाने की नेताओं में होड़ लगी हुई है. हाल ही में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने बीजेपी ज्वाइन कर लिया. उसके बाद से यह सिलसिला जारी है. आज बीजापुर विधानसभा में भाजपा को एक बार भी झटका लगा है. बीजापुर के नाराज बीजेपी जिला पंचायत सदस्य और जनपद सदस्य ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. इससे पहले मंत्री महेश गागड़ा पर निष्क्रियता का आरोप लगाकर सैकड़ों कार्यकर्ता बीजेपी छोड़ चुके हैं. चुनाव प्रचार में बुधवार को भोपालपटनम पहुंचे नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के सामने तरलागुड़ा क्षेत्र से पूर्व जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी सहित संगमपल्ली की भाजपा की जनपद सदस्य वीणा यालम ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.

फरार भाजपा प्रत्याशी ने किया सरेंडर

अंबिकापुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी अनुराग सिंहदेव ने 15 वर्ष पुराने मामले में जारी स्थाई वारंट को निरस्त कराने के आवेदन के साथ सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. अपने अधिवक्ता के साथ अनुराग सिंहदेव कोर्ट में पेश होने पहुंचे. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. इस मामले में उनकी ज़मानत के लिए कुछ देर बाद सुनवाई होगी. बता दें कि भाजपा प्रत्याशी अनुराग सिंहदेव के विरुद्ध गांधीनगर थाने ने स्थाई वारंट जारी किया था. जिसमें अनुराग सिंहदेव एवं साथियों के विरुद्ध एक आंदोलन के दौरान विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध हुआ था. अनुराग सिंहदेव उस समय युवा मोर्चा के ज़िलाध्यक्ष थे. जिस वक्त यह आंदोलन हुआ था. वहीं इस मामले में पुलिस ने इनके खिलाफ चालान पेश कर अनुराग सिंहदेव और उनके साथियों को फ़रार बता दिया था. जिसके आधार पर न्यायालय ने 2003 से स्थाई वारंट जारी दिया था.

रेणु जोगी पर बाबा वाणी

जोगी परिवार की राजनीति इन दिनों प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है. कांग्रेस से पूर्व उपनेता प्रतिपक्ष रेणु जोगी के राजनीतिक भविष्य को लेकर कयासों का दौर जारी है. सुकमा में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने रेणु जोगी को लेकर कहा कि वे खुद तय नहीं कर पा रही हैं. पति बेटा की अलग पार्टी है, उनकी बहू दूसरे पार्टी से चुनाव मैदान में है. पर रेणु जोगी कहती हैं कि प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बननी चाहिए. टिकट के सवाल पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी की चयन समिति का ही अंतिम निर्णय होता है.