रायपुर। छत्तीसगढ़ में पत्थलगढ़ी पर महासंग्राम की स्थिति बनते दिख रही है. सरकार जहां इस आंदोलन को आदिवासी समाज के खिलाफ बता रही है, तो वहीं सर्व आदिवासी समाज इस मुद्दे को लेकर सरकार के सामने सीना तानकर खड़ा हो गया. सर्व आदिवासी समाज की ओर से आज इस मामले में जशपुर जिले के कुनकुरी में हल्ला बोला जा रहा है. प्रदेश भर से हजारों की संख्या में समाज के लोग कुनकुरी में इकक्ठा हो गए हैं.

सर्व आदिवासी समाज ने पत्थलगढ़ी आंदोलन को पारंपरिक बताते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि अगर आंदोलन से जुड़े नेताओं की रिहाई सरकार नहीं की तो इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा. और इसी कड़ी में समाज की ओर से आज आंदोलन की अगुवाई करने वाले नेता जोसेफ मिंज और एचपी किंडो निःशर्त रिहाई की मांग को लेकर जेल भरो आंदोलन किया जा रहा है.

कुनकुरी में इस आंदोलन की अगुवाई सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष बीपीएस नेताम कर रहे हैं. उनके नेतृत्व में समाज के सभी पदाधिकारी और हजारों आदिवासी मौजूद रहेंगे. वैसे भी सर्व आदिवासी समाज ने यह पहले ही ऐलान कर दिया है कि पत्थलगढ़ी का विस्तार सभी आदिवासी गांवों में किया जाएगा. सभी गांवों में ग्राम सभा का आयोजन कर आदिवासियों को संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा.

वहीं कुनकुरी में होने वाले इस आदिवासी आंदोलन पर सरकार के साथ विपक्ष की निगाहें है. साथ ही खुफिया एजेंसी भी इस आंदोलन पर लगातार नजर बनाई हुई है. इंटेलीजेंस की रिपोर्ट में पत्थलगढ़ी आंदोलन को आदिवासियों के खिलाफ भड़काने वाला आंदोलन बताया गया है.