रायपुर. छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अध्यक्ष अमन कुमार सिंह ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है। इसके लिए हमें अपनी संस्कृति अपनी सोच में परिवर्तन लाना होगा। पर्यावरण संरक्षण हमारी आने वाली पीढिय़ों के लिए बहुत जरूरी है।अमन सिंह आज न्यू सर्किट हाउस में पर्यावरण स्वीकृति के लिए प्रारंभ किए गए ऑनलाइन स्वीकृति प्रबंधन सिस्टम के उपयोग के संबंध में उद्योगपतियों की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में उद्योगपति शामिल हुए। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के सचिव संजय शुक्ला और अतिरिक्त सचिव पी अरूण कुमार भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
अपने संबोधन में अमन सिंह ने कहा कि ठंड का समय प्रदूषण के लिहाज से काफी चुनौतीपूर्ण होता है। उद्योगों को भी इसके लिए गंभीरतापूर्वक प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि उद्योगों के साथ-साथ कचरा और टायर जलाने और निर्माण कार्यों के दौरान निकलने वाली धुल से भी प्रदूषण होता है जो स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रण करने की आवश्यकता है। उद्योगों को वृक्षारोपण करना चाहिए यदि उद्योगों के पास वृक्षारोपण के लिए जमीन उपलब्ध नहीं है तो उन्हें नया रायपुर में इसके लिए जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।उन्होनें कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत उद्योगों के प्रतिनिधियों से बातचीत करके पर्यावरण स्वीकृति प्रदान करने की प्रक्रिया को काफी आसान बनाया गया है। उन्होंने उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे उद्योगों की पर्यावरण स्वीकृति के नवीनीकरण के लिए समय सीमा में आवेदन करे। सारी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई है। यदि विभागीय स्तर पर पर्यावरण स्वीकृति प्रदान करने में देरी होती है तो इसके लिए संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। इस अवसर पर अनेक उद्योगपतियों ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा स्वीकृति के लिए प्रारंभ की गई ऑनलाइन व्यवस्था से उन्हें काफी सहूलियत हो रही है। अब बार बार कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होती। उद्योगपतियों ने भी इस अवसर पर अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।