नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बीच पणजी में हुई मुलाकात को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पर्रिकर द्वारा बुधवार को लिखी गई चिट्ठी के जवाब में राहुल गांधी ने भी उन्हें चिट्ठी लिखी है. राहुल ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, मुझे पर्रिकर जी की स्थिति से सहानुभूति है और उनकी बेहतरी की कामना करता हूं. गोवा में हमारी बैठक के बाद से आप पर प्रधानमंत्री का काफी दबाव है और हमारे ऊपर हमला कर आप अपनी वफादारी दिखा रहे हैं.
राहुल ने सवाल उठाया कि पर्रिकर ने जो चिट्ठी लिखी, वो उनके पास पहुंचने से पहले ही कैसे मीडिया में लीक हो गई. राहुल ने अपनी चिट्ठी में सफाई देते हुए कहा कि गोवा में जो हमारी मुलाकात हुई थी उसका हमने कोई ब्यौरा सार्जवनिक तौर पर साझा नहीं किया है. जब से हमारी मुलाकात हुई उसके बाद हमने अपने दो भाषणों में हमने उसी का हवाला दिया तो पहले से ही लोगों के बीच है.
I totally empathise with Parrikar Ji’s situation & wish him well. He’s under immense pressure from the PM after our meeting in Goa and needs to demonstrate his loyalty by attacking me.
Attached is the letter I’ve written him. pic.twitter.com/BQ6V6Zid8m
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 30, 2019
आपको बता दें मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को हुई शिष्टाचार मुलाकात का इस्तेमाल अपने सियासी फायदे के लिए किया है. उन दोनों के बीच पांच मिनट की मुलाकात में राफेल मुद्दे का कोई जिक्र नहीं हुआ था. कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि 29 जनवरी को बिना किसी पूर्व सूचना के आप मेरे स्वास्थ्य का हाल पूछने मेरे यहां आए थे. दलगत भावना से ऊपर उठकर एक अस्वस्थ व्यक्ति का हाल जानना अच्छी परंपरा है. आपके आने पर मैने आपका स्वागत स्वास्थ्य एवं बीमारी के प्रति आपकी अच्छी भावना के संदर्भ में किया. लेकिन आज सुबह समाचार पत्रों में जिस ढंग से आपके विजिट को लेकर बयान प्रकाशित हुए हैं, उन्हें पढ़कर मुझे आश्चर्य हुआ और मैं बेहद आहत भी हूं. आपने कहा कि बातचीत में मैने आपको बताया है कि राफेल की प्रक्रिया में मैं कहीं नहीं था मुझे कोई जानकारी नहीं थी. मेरे लिए यह अत्यंत निराशाजनक और आहत करने वाली बात है कि मेरे स्वास्थ्य का हाल जानने के बहाने आपने अपने निम्न स्तरीय राजनीतिक हितों को साधने का कार्य किया है. उसकी मैं कल्पना भी नहीं कर पा रहा हूं.