नई दिल्ली। पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में उपजे तनाव के बीच पीएम मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बधाई और शभकामना संदेश भेजा है. पीएम मोदी ने इमरान खान को पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस की पूर्व संध्या पर शुभकामाना दी है.

पाक प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट कर लिखा  है कि पीएम मोदी ने उनसे कहा कि आतंक और हिंसा से मुक्त वातावरण में एक शांतिपूर्ण और समृद्ध क्षेत्र के लिए इस महाद्वीप के लोगों को एक साथ काम करने का समय है. उन्होंने कहा कि वह पीएम मोदी के संदेश का स्वागत करते हैं और उनका मानना है कि यह भारत के साथ सभी मुद्दों के समाधान के लिए एक व्यापक बातचीत शुरू करने का समय है.

उन्होंने कहा कि दोनों देशों को हमारे सभी लोगों के लिए शांति और समृद्धि के आधार पर एक नया संबंध बनाने की जरूरत है. आपको बता दें कि हर साल 23 मार्च को लाहौर प्रस्ताव को चिह्नित करने के लिए पाकिस्तान दिवस मनाया जाता है.

उधर देश में इस मामले को लेकर लगातार राजनीति गरम रही है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के पहले पीएम मोदी द्वारा पाकिस्तानी पीएम को दिया गया बधाई संदेश ने बैठे बिठाए कांग्रेस और तमाम विपक्षी दल को एक मुद्दा दे दिया है. कांग्रेस ने पीएम मोदी के ऊपर इस मामले को लेकर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मोदी जी को ये लव लेटर लिखना बंद करना चाहिए. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, “श्रीमान 56 साड़ी-शॉल-पाक बर्थडे यात्रा-आईएसआई को पठानकोट बुलाने के लिए मशहूर हैं. पर अब स्वयंभू चौकीदार ने इमरान खान को लिखे पत्र को चोरी-छुपे देश को नहीं बताया व पाक प्रायोजित आतंकवाद के बारे में एक शब्द नहीं कहा. झूठी छाती-थपथपाना व आँखें दिखाना सिर्फ़ जनता व मीडिया के लिए छलावा है!”


गौरतलब है कि पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला किया था. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. जिसके बाद भारतीय वायु सेना ने एयर स्ट्राइक करते हुए पाकिस्तान में हमला किया था. हमले का जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की वायुसेना के विमान भारतीय सीमा के भीतर दाखिल होकर गोलाबारी की थी. पाकिस्तानी वायु सेना के विमानों को खदेड़ते हुए भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन ने दुश्मन देश के विमान को मार गिराया था. इस दौरान वे विमान क्रैश होने से पाकिस्तान पहुंच गए थे. पाकिस्तान की सेना ने अभिनंदन को गिरफ्तार कर लिया था और बाद में उन्हें रिहा कर दिया था. जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति थी.