रायपुर। महासमुंद जिले के बागबहरा निवासी कार्तिक राम सांवरे की मेकाहारा से गायब होने और संदेहास्पद परिस्थितियों में महादेवघाट के पास उसका शव मिलने के मामले में पीसीसी ने 9 सदस्यीय जांच समिति गठित की है. डॉ राकेश गुप्ता के नेतृत्व में अंबेडकर पहुंची जांच समिति ने प्रभारी अस्पताल अधीक्षक से मुलाकात कर उनसे सवाल-जवाब किया लेकिन अस्पताल के डॉक्टर जांच समिति के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पाए.  जांच समिति में पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, अग्नि चंद्राकर, अंकित बागबहरा, विकास उपाध्याय सहित 9 लोग शामिल हैं.
आपको बता दें कि कार्तिक राम सांवरे को महासमुंद के बागबहरा से 108 संजीवनी एंबुलेंस द्वारा 23-24 अप्रैल की रात को अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 25 तारीख को जब उसके परिजन अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने सभी वार्ड में उसकी तलाश की लेकिन उसका पता नहीं चला वहीं अस्पताल प्रबंधन ने भी उनकी कोई मदद नहीं की. जिसके बाद परिजन वापस महासमुंद चले गए और वहीं उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाना चाहे तो पुलिस द्वारा उन्हें वापस रायपुर भेज दिया गया. वापस आने पर  मेकाहारा में स्थित पुलिस चौकी में तैनात जवानों ने उन्हें मौदहापारा थाना भेजा. जहां एक सिपाही ने कार्तिक राम के हुलिए के एक शख्स का शव मिलने की जानकारी दी और उन्हें मर्च्यूरी ले जाया गया. मर्च्यूरी पहुंचने पर परिजनों ने कार्तिक राम सांवरे के शव को पहचान लिया. बताया जा रहा है कि कार्तिक राम सांवरे का शव अस्पताल से 10 किलोमीटर दूर महादेव घाट के पास नदी किनारे मिला था. इस मामले में डीडी नगर पुलिस ने मर्ग कायम किया था.
दोनों पैर से चलने में था असमर्थ
बताया जा रहा है कि मृतक एक रेल दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गया था उसके दोनों पैर दुर्घटना में कट गए थे. उसे महासमुंद जिले के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था डाक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उसे मेकाहारा रेफर कर दिया था. जहां संजीवनी द्वारा उसे मेकाहारा में भर्ती कराया गया था.