कुमार इंदर, जबलपुर। कोरोना काल में पुलिस की कई तस्वीरें उभऱ कर सामने आई है। लॉकडाउन और कोरोना कर्फ्यू का पालन नहीं करने वालों से इसके लिए अनुरोध करना, न मानने वालों को सबक भी सिखाना। इस भयंकर महामारी के दौर में अपने जान की परवाह किये बगैर 24 घंटे ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मी लोगों की जान बचाने में मदद भी कर रहे हैं। ऐसी ही एक तस्वीर जबलपुर में देखने को मिली। यहां दो पुलिस कर्मियों ने प्लाज्मा डोनेट कर दो मरीजों की जान बचाई।

कैंट थाना प्रभारी विजय तिवारी ने सतना के मरीज़ के लिए और आरक्षक राम कृष्ण शर्मा ने छिन्दवाड़ा के मरीज़ को प्लाज़्मा दिया। बताया जा रहा है कि कोरोना मरीज के इलाज के लिए बी पॉजीटिव ब्लड ग्रुप वाले व्यक्तियों के प्लाज्मा की आवश्यकता थी। जैसे ही इसकी जानकारी थाना प्रभारी विजय तिवारी और आरक्षक राम कृष्ण शर्मा को लगी, ब्लड बैंक जाकर उन्होंने अपना प्लाज्मा डोनेट किया।

इससे पहले शुक्रवार को गैलेक्सी अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने के बाद 5 मरीजों की मौत हो गई थी। अस्पताल में भर्ती बाकी मरीजों की जान बचाने के लिए पुलिस कर्मियों ने ऑक्सीजन की व्यवस्था की और खुद अस्पताल लेकर पहुंचे। इस तरह पुलिस कर्मियों ने कल 50 मरीजों को मौत के मुंह में जाने से बचाया।

इसके लिए मध्यप्रदेश के डीजीपी ने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर फोटो और वीडियो शेयर कर जबलपुर एसपी और पुलिस कर्मियों की तारीफ भी की। उन्होने ट्वीट किया, “यदि पुलिस कर्मी तत्काल सक्रिय होकर सिलेंडर नहीं लाते तो अस्पताल में बड़ी जनहानि हो सकती थीं। एस. पी. जबलपुर एवं उनकी टीम इस तत्परता एवं प्रेरणादायक कार्य के लिए प्रशंसा की पात्र है।”