भिलाई। बाहरी प्रत्याशी को लेकर अब भिलाई के भी कांग्रेसियों में भी असंतोष पनपने लगा है. एक पूर्व मंत्री ने कांग्रेस आलाकमान राहुल गांधी को दो टूक लहजे में चेताया है. पत्र में इस पूर्व मंत्री ने बाहरी प्रत्याशी को टिकट ना देने की मांग की है. पत्र में कहा गया है कि अगर बाहरी प्रत्याशी को टिकट दिया तो कांग्रेस में असंतोष पनपेगा जो पार्टी हित में अच्छा नहीं होगा.

पत्र में राहुल गांधी को उनकी ही वह बात याद दिलाई गई है जो उन्होंने दुर्ग में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में कही थी. राहुल ने पैराशूट प्रत्याशी को टिकट नहीं देने की बात कही थी. उनके इसी बयान का उल्लेख करते हुए उन्होंने पत्र में मांग की है कि भिलाई नगर विधानसभा क्षेत्र से स्थानीय निवासी को प्रत्याशी बनाया जाए. बाहरी व्यक्ति को पार्टी का प्रत्याशी नहीं बनाया जाए. ऐसा होने पर इस क्षेत्र के  कांग्रेसजनों में असंतोष व्याप्त होगा जो पार्टी हित में नहीं होगा.

पत्र में कहा गया है कि इस पर गंभीरता से विचार कर विधानसभा क्षेत्र में निवासरत दावेदार को ही पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी घोषित करवाएं. जिससे कांग्रेस की जीत सुनिश्चित हो तथा राज्य में कांग्रेस की सरकार बन सके. हालांकि पत्र में जिन-जिन लोगों के हस्ताक्षर हैं उनमें आधे से ज्यादा खुद भिलाई नगर विधानसभा के निवासी नहीं हैं.

ये हैं बाहरी नेता

पत्र में बाहरी नेताओं की सूची को बकायदा मार्क कर लिखा गया है जिसमें भिलाई नगर निगम मेयर देवेन्द्र यादव के लिए कहा गया है कि वे वैशाली नगर के रहने वाले हैं, अमित चंद्राकर दुर्ग ग्रामीण, दीपक दुबे दुर्ग शहर, इरफान खान दुर्ग शहर, अब्दुल गनी दुर्ग शहर का नाम है.

खतरे में टिकट

पूर्व मंत्री बदरूद्दीन कुरैशी समेंत तकरीबन डेढ़ दर्ज लोगों ने हस्ताक्षर कर राहुल गांधी को यह पत्र भेजा है. उन्होंने इसकी प्रतिलिपि कांग्रेस महासचिव मोती लाल वोरा, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन भूनेश्वर कलिता, पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल को  भेजी है. भिलाई नगर विधानसभा सीट में लगातार पिछले कई चुनाव में कांग्रेस से कुरैशी और भाजपा के प्रेम प्रकाश पाण्डेय के बीच में टक्कर होती रही है. एक बार कुरैशी तो एक बार पाण्डेय को जनता यहां से विधायक के रुप में चुनती रही है. जोगी के शासनकाल के दौरान कुरैशी को मंत्रीमंडल में राज्यमंत्री के रुप में शामिल किया गया था. हालांकि इस बार कुरैशी की टिकट कटनी तय मानी जा रही है. लिहाजा उन्होंने भिलाई के अन्य कांग्रेसियों के साथ मिलकर आलाकमान को चेताने के लिए पत्र लिखा है.