रायपुर। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कान्फ्रेंस लेकर पेट्रोल डीजल के दामों में 2.50 रुपए प्रति लीटर की कमी की घोषणा की थी. वित्त मंत्री की घोषणा के बाद चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी वैट में कमी करते हुए पेट्रोल डीजल में 2.50 रुपए की कटौती की थी. वित्त मंत्री और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पेट्रोल डीजल के दामों में कुल 5 रुपए की कटौती की गई थी. जिससे प्रदेश में रहने वाले लोगों ने हल्का राहत महसूस किया था लेकिन एक बार फिर पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने लगे हैं.

4 अक्टूबर को पेट्रोल के दाम 84.33 रुपए थे. केन्द्रीय वित्त मंत्री जेटली और रमन सिंह द्वारा वैट में कमी के बाद रायपुर में पेट्रोल के दाम में 4.95 रुपए की कमी हुई थी. कमी के बाद पेट्रोल 79.38 रुपए के दाम पर बिके, वहीं अगले दिन 6 अक्टूबर को पेट्रोल के दाम में फिर 6 पैसों की बढ़ोत्तरी हुई, जहां रायपुर के दाम पेट्रोल 79.44 रुपए हो गया था. इसके साथ ही रविवार को एक बार फिर पेट्रोल के दामों में उछाल देखने को मिला, पेट्रोल के दाम शनिवार के अपेक्षा 24 पैसे महंगा हो गया और आज पेट्रोल 79.68 के दाम पर बिक रहा है. इस तरह अगर देखें तो पेट्रोल डीजल के दाम घटाने की घोषणा के बाद पेट्रोल में 30 पैसे की बढ़ोत्तरी हुई है.

वहीं अगर डीजल की बात करें तो डीजल के दामों में भी कटौती के बाद दो दिन में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल रही है. 4 अक्टूबर को रायपुर में डीजल का दाम 81.45 रुपए था, वित्त मंत्री अरुण जेटली और राज्य सरकार के द्वारा वैट में कमी के बाद 5 अक्टूबर को डीजल 5.12 रुपए कम होकर 76.33 रुपए हो गया था. 6 अक्टूब को डीजल के दामों में 19 पैसों की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई और डीजल 76.52 रुपये पर बिका. वहीं रविवार को फिर 41 पैसे डीजल के रेट फिर बढ़ गए और डीजल आज रविवार को 76.93 रुपए प्रति लीटर का भाव हो गया है. इस कटौती के दो दिन के भीतर डीजल में 60 पैसों की बढ़ोत्तरी हुई है.

जिस तरह से पेट्रोल कंपनियां दाम बढ़ा रही हैं उससे तो यही लगता है कि पेट्रोल डीजल की कीमतों में आने वाले दिनों में और भी ज्यादा बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है.