स्पोर्ट्स डेस्क– टीम इंडिया में पिछले कुछ साल में बहुत कुछ बदलाव देखने को मिला है, टीम के कुछ ऐसे खिलाड़ी जो कभी क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में धुरंधर हुआ करते थे और उनको क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में प्रमुखता से टीम में शामिल किया जाता है, अब क्रिकेट के कुछ विशेष फॉर्मेट में ही उन्हें टीम में लिया जाता है।
आर अश्विन क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में कभी टीम इंडिया के स्टार फिरकी गेंदबाज हुआ करते थे, लेकिन वक्त बदला, और अब उन्हें केवल टेस्ट क्रिकेट में ही टीम में मौका दिया जाता है, आर अश्विन ने अपना पिछला वनडे मैच साल 2017 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था, उसके बाद से टीम इंडिया से टेस्ट क्रिकेट तो खेल रहे हैं, लेकिन वनडे क्रिकेट के लिए टीम इंडिया में नहीं चुना जा रहा है।
पिछले कुछ समय से लिमिटेड ओवर के क्रिकेट में कलाई के फिरकी गेंदबाज कुलदीप यादव और युजवेंन्द्र चहल को ही टीम में मौका दिया जा रहा है, और ये दोनों ही गेंदबाज घरेलू सरजमीं से लेकर विदेशी पिचों तक अपनी फिरकी का जलवा दिखाया है, और कई मौकों पर टीम को जीत दिलाई है। जिसके चलते अब आगामी वर्ल्ड कप में भी कुलदीप यादव और युजवेंन्द्र चहल की फिरकी जोड़ी को अहम माना जा रहा है।
लंबे समय से क्रिकेट के वनडे फॉर्मेट में टीम इंडिया से बाहर चल रहे आर अश्विन ने खुद इसकी वजह बताई है कि आखिर वो क्यों वनडे फॉर्मेट में टीम इंडिया से बाहर हैं। आर अश्विन ने कहा है कि वनडे क्रिकेट को लेकर उनके बारे में एक राय बन गई है, लेकिन वो इस फॉर्मेट के लिए अभी भी परफेक्ट हैं, वनडे क्रिकेट में मेरा रिकॉर्ड बुरा नहीं है, ये सिर्फ एक सोच की बात है कि आधुनिक क्रिकेट में कलाई के स्पिनर बेहतर हैं इसलिए मैं टीम से बाहर हूं, अश्विन ने आगे कहा कि 30 जून 2017 को मैंने अपना आखिरी वनडे मैच टीम इंडिया से वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था और उस मैच में मैने 28 रन देकर 3 विकेट हासिल किए थे, फिर भी टीम से बाहर चल रहा हूं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से टीम इंडिया के लिमिटेड ओवर के क्रिकेट में आर अश्विन को टीम इंडिया में मौका नहीं दिया जा रहा है, और युवा फिरकी गेंदबाज युजवेंन्द्र चहल और कुलदीप यादव को लगातार प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा रहा है।