नई दिल्ली। विश्व में खुले में शौच की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है. इस पर WHO ने अपनी रिपोर्ट जारी की है रिपोर्ट के मुताबिक विश्व के 90 देशों में खुले में शौच को कम करने की  प्रक्रिया की गति बेहद धीमी है तो वहीं भारत में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चलाया जा रहा स्वच्छ भारत अभियान तेजी से बढ़ रहा है जिसके तहत लाखों लोगों का जीवन बेहतर बनाने के लिए मूलभूत स्वच्छता की सुविधा तेजी से पहुंचाई जा रही है.

वहीं WHO ने स्वछता और स्वास्थ के वैश्विक दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज के लक्ष्य को 2030 तक प्राप्त नहीं किया जा सकता. जब तक इस समस्या से जुझ रहे देश कोई व्यापक नीति नहीं बनाते तब तक समस्या बनी रहेगी. साथ ही देशों से कहा कि “सभी को शौचालय” का लक्ष्य पूरा करने के लिए देशों को इसमें निवेश बढ़ाने कहा.

रिपोर्ट के मुताबिक विश्व की 2.3 आबादी मुलभूत स्वच्छता से चुक रही हैं. 4.5 अरब आबादी ह्यूमन वेस्ट को सुरक्षित तरीके समाविष्ट नहीं कर रही. उनके शौचालय सीवर और सेप्टीक टैंक से नहीं जुड़े हैं जिससे स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होती हैं.

सार्वभौमिक स्वच्छता कवरेज के तहत 2030 तक विश्व में खुले में शौच और स्वस्वाथ्य की समस्याओं से निजात पाना था. जिसमें दुनिया के हर व्यक्ति तक शौचालय की पहुंच हो, जहां वो मलमूत्र को सुरक्षित तरीके से समाविष्ट कर सके.