रायपुर। कचना हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक युवक की सड़ी-गली लाश मिलने के मामले को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही सुलझा लिया है. पुलिस ने कत्ल के इस मामले में तीन नाबालिगों को गिरफ्तार किया है. तीनों नाबालिगों ने पुलिस की पूछताछ में हत्या का जुर्म कबूल कर लिया है.

गिरफ्तार किये गए तीनों नाबालिग कचना के ही रहने वाले हैं, नाबालिग भी शराब पीने के आदी थे और मृतक राहुल सरना भी. बताया जा रहा है कि मृतक की मां झारखंड गई हुई थी. उसी दौरान वे घर में ही बैठकर शराब पिया करते थे. शराब पीने के ही दौरान किसी बात को लेकर मृतक और नाबालिगों के बीच विवाद हुआ. विवाद इतना बढ़ा कि नाबालिग ने किचन में रखा तवा से मृतक के सिर पर कई वार कर दिए और घर से फरार हो गए. फरार होने से पहले आरोपियों ने घर के दरवाजे पर ताला लगा दिया था.

आपको बता दें कि मृतक राहुल सरना मैट्स यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर था. पिछले कुछ दिनों से उसकी मां झारखंड से उसे फोन कर रही थी लेकिन मृतक फोन नहीं उठा रहा था. जिसके बाद कल वो घर लौटी तो जैसे ही उसने दरवाजा खोला तेज बदबू आई. घर के अंदर दाखिल होने पर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई उसका बेटा राहुल का सड़ा-गला शव पड़ा हुआ था. बदहवास हालत में मां पड़ोसियों के घर पहुंची और उन्हें जानकारी दी. जिसके बाद पड़ोसियों ने विधानसभा पुलिस को इसकी जानकारी दी. मौके पर विधानसभा पुलिस के साथ ही एफएसएल की टीम पहुंची. पुलिस को मृतक के सिर पर घाव और घर की दीवारों में खून के धब्बे मिले थे और मृतक की लाश के पास से शराब की बोतले और कुछ खाने पीने की चीजें भी बरामद हुई थी. इन साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने शराब के दौरान झगड़ा और हत्या की दिशा में जांच शुरु कर दी. पूछताछ में पुलिस को कई अहम सुराग मिले जिसके बाद तीन नाबालिगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो तीनों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया था. पुलिस के अनुसार तीनों साफ-सफाई का काम किया करते थे.

पुलिस ने किया खुलासा

मृतक मैट्स यूनिवर्सिटी से काम छोड़कर घर में ही रहता था. उसका एक 12 साल की बेटी है और 10 साल पहले पत्नी से तलाक हो चुका था. घटना के वक्त चारों ने एक साथ शराब पी और राहुल के पास गाड़ी बेचकर रखे 37 हजार रूपए को देखकर तीनों आरोपियों की नीयत बदल गई और उसमें से एक आरोपी पैसा लेकर जाने लगा, तभी राहुल रोकने की कोशिश किया फिर विवाद हुआ. इसी बीच आरोपियों ने तवा से वार कर राहुल सरना की हत्या कर दी. तीनों नाबालिग आरोपी मृतक के घर में सफाई का काम किया करते थे. उसी समय राहुल से पहचान हुई थी और मृतक शराब के लिए उन्हें भेजा करता था, फिर बैठकर वो सभी साथ में शराब पीया करते थे. तीन नाबालिग आरोपियों में से एक नाबालिग आरोपी 376 मामले में जेल जा चुका है.