दुर्ग। दो दिन पहले एक बच्चे की नाली में लाश मिलने की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. मामले में पुलिस ने वेल्डिंग संचालक को गिरफ्तार किया है. मामला सोमवार का है. दुर्ग कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित गंजपारा में जीवन प्लाजा भवन के पीछे नाली में एक ग्यारह साल के बच्चे शुभम राजपूत का शव मिला था. बच्चे की लाश मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गयी.

पुलिस को इसकी सूचना दी गई. आला अधिकारियों समेत दुर्ग कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची. बच्चे के शव को नाली से बाहर निकाला गया. बच्चे की शिनाख्त शुभम राजपूत निवासी मिलपारा के रूप में हुई. पंचनामा के दौरान बच्चे के हाथ में जलने जैसे निशान पाए गए. शव को पीएम के लिए भेजा गया. पीएम रिपोर्ट में बच्चे की मौत बिजली के करेंट से होना पाया गया. जिसके बाद पुलिस ने मामले में तहकीकात शुरु कर दी कि आखिर बिजली का करंट लगने के बाद उसका शव नाली के भीतर कैसे पहुंचा, जबकि नाली के आस-पास कहीं भी बिजली का तार नहीं था. 

आरोपी

पुलिस ने हत्या की दिशा में अपनी जांच शुरु कर दी. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि जिस जगह पर बच्चे की लाश मिली थी उसके पास ही बिटटू सरदार नाम का व्यक्ति वेल्डिंग की दुकान चलाता है. पुलिस ने बिट्टू सरदार से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके दुकान के पीछे का हिस्सा खुला हुआ है और उसकी दुकान में लोहे इत्यादि की चोरी की घटनाएं हो चुकी है. जिसकी वजह से उसने अपने दुकान के पीछे वाले हिस्से पर दुकान बंद करने के बाद बिजली की नंगी तार लगा देता है. घटना दिनांक को भी दुकान बंद करने के बाद उसने बिजली का नंगा तार लगाने के बाद स्वीच ऑन करके चला गया था. दूसरे दिन सोमवार को सुबह जब वह दुकान आया तो उसने देखा कि एक बच्चा बिजली के तार से चिपक कर मरा पड़ा था. आनन-फानन में उसने बच्चे के शव को पीछे नाली में फेंक दिया. वहीं साक्ष्य छिपाने के लिए उसने बिजली के तार को निकालकर जीवन प्लाजा के पास फेंक दिया ताकि कोई उस पर शक न कर सके. पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर बिजली का तार भी बरामद कर लिया और आरोपी को गैर इरादतन हत्या और साक्ष्य छिपाने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.