रायपुर। छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहे जाने वाले राजिम नगरी में होने वाले माघी पुन्नी मेला को लेकर विधानसभा में गुरुवार को जमकर विवाद हुआ. विपक्ष की ओर से कांग्रेस पर नामकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया. सत्ता पक्ष की ओर से जवाब में अमितेष शुक्ल ने बड़ा प्रहार विपक्ष पर किया. शुक्ल ने कहा कि मेरे पिता बीजेपी के नेताओं को पहचान नहीं पाए कि वे कितने बड़े आडंबरी है. खास तौर शुक्ल इशार तात्कालीन धर्म और संस्कृति मंत्री रहे बृजमोहनल अग्रवाल की ओर था.

इसी पर पलटवार करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आप जिसे आंडबर कह रहे हैं उसकी तारीफ के ही परिवार वाले करते रहे हैं. इस पर अमितेष शुक्ल ने कड़ा प्रतिकार करते हुए बृजमोहन अग्रवाल पर आरोप लगाया कि 12 साल तक हिंदू धर्म के नाम पर पाखंड राजिम में चलते रहा. बेहतर है कि ऐसे लोग धर्म की बात न करे. 12 साल कुंभ के नाम पर भ्रष्टाचार होते रहा. नदी को मुरूम डालकर पाट दिया गया. यह सब भाजपा सरकार का काला अध्याय था. अब जाकर कांग्रेस सरकार ने सही फैसला लिया है. राजिम पुन्नी मेला हमारी विरासत है. कांग्रेस ही छत्तीसगढ़ के धरोहरों को बचाएगी.