रायपुर. छत्तीसगढ़ में हुए बड़े नक्सली हमले बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की मौत हो गई और 4 जवान शहीद हो गए हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस घटना की खबर लगते ही अपने सभा को स्थगित कर तत्काल रायपुर पहुंच गए और उच्च स्तरीय बैठकर अधिकारियों से घटना के बारे में जानकारी ली और नक्सलियों से निपटने रणनीति बनाई गई है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है. इसके साथ ही झीरम हमले को याद करते हुए कहा कि संसदीय लोकतंत्र पर यह एक और बड़ा और अत्यंत निंदनीय हमला है. मैं इस घटना से बेहद विचलित हूं, स्तब्ध हूं. दुःख व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. इसके साथ ही भूपेश बघेल ने अलग-अलग तीन ट्विट कर इस घटना की निंदा की.

ये किया है ट्वीट…

हम एक बार फिर दृढ़ता के साथ संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने की अपनी लड़ाई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। मैं शीर्ष अधिकारियों के साथ घटना की समीक्षा कर रहा हूं। मैंने अधिकारियों के लिए निर्देश दोहराया है कि नक्सली गोलियों का जवाब उनकी भाषा में ही दिया जाए।

इस पीड़ा को हमसे ज्यादा कौन समझेगा जिन्होंने अपने नेताओं की एक पूरी पीढ़ी एक बड़े नक्सल हमले में खो दी थी। हमारी सरकार बस्तर सहित पूरे छग में आदिवासी जनता का विश्वास जीतने के लिए सतत काम कर रही है। इस बात से नक्सली बौखला रहे हैं। यह जघन्य वारदात उनकी इसी बौखलाहट का नतीजा है।

हमारे विधायक साथी भीमा मंडावी और चार जवान नक्सली हमले का शिकार हुए हैं। झीरम हमले के बाद संसदीय लोकतंत्र पर यह एक और बड़ा और अत्यंत निंदनीय हमला है। मैं बेहद विचलित हूं, स्तब्ध हूं। दुःख व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि।

बता दें कि दंतेवाड़ा के कुआकोंडा में विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट हुआ है, जिसमें उनकी मौत हो गई है. इसके साथ ही काफिले में मौजूद पीएसओ सहित 4 जवान भी घटना में शहीद हो गए है.