नई दिल्ली। दिल्ली में वोटर लिस्ट से नाम हटाने को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी आपस में भिड़ गए. सोशल मीडिया पर दोनों के बीच आरोप और प्रत्यारोप दौर चलते रहा. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए सिस्टमेटिक तरीक से एंटी बीजेपी वोटरों के नाम खासकर बनिया समुदाय के लोगों के नाम हटा रही है. केजरीवाल के आरोप के बाद ट्विटर वार शुरु हो गया.

अरविंद केजरीवाल के आरोप पर भाजपा नेता विजय गोयल ने ट्वीट करते हुए सवाल किया.  उन्होंने ट्वीट किया कि ‘ दिल्ली के बनिए इस बात से नाराज़ हैं कि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी बनियों को बेवक़ूफ़ समझती है. क्या वैश्य समाज इस बात पर विश्वास करेगा कि भाजपा ढूंढ-ढूंढ कर उनका वोट काटेगी? जबकी सच तो यह है कि दिल्ली से दो वैश्य नेता केंद्र सरकार में मंत्री हैं.’

विजय गोयल के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए अरविंद केजरीवाल ने भी पलटवार किया. उन्होंने ट्वीट किया कि ‘ भाजपा ने दिल्ली के कुल 8 लाख बनिए वोटरो में से 4 लाख के नाम क्यों कटवाए, जवाब दीजिए विजय गोयल. भाजपा की नोटबंदी GST जैसी ग़लत नीतियों की वजह से व्यापारियों के धंधे चौपट हो गए. इसलिए बनिए इस बार भाजपा को वोट नहीं दे रहे. तो क्या इसका मतलब आप उनके वोट कटवा दोगे? ऐसे जीतोगे?’

 

इसके बाद तो अरविंद केजरीवाल और विजय गोयल के ट्विटर जंग में आम आदमी पार्टी के कई नेता कूद पड़े. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और दिलीप पांड ने भी विजय गोयल को निशाने पर लिया. दिलीप पांडे ने ट्विटर पर लिखा- ‘नोटबन्दी, GST, सीलिंग और रेड ने पूरे देश में बनियों का सत्यानाश कर दिया, फिर आप इतनी बेशर्मी दिखा पा रहें हैं विजय गोयल जी? हिम्मत है तो इन्हीं के दम पर वोट मांगिये, बनिया समाज दौड़ा कर पीटेगा, आप लोगों ने उनकी पीठ और पेट दोनों पर लात मारी है, 2019 में अहंकार ज़मीन पर होगा.’


इसके बाद संजय सिंह ने भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया- ‘बीजेपी का अद्भुत बनिया प्रेम: तुम चंदा देते रहो, हम धंधा उजाड़ते जाएंगे. तुम मंच सजाते रहो, हम रेड कराते जाएंगे. तुम लंच खिलाते रहो, हम सीलिंग करवाते जाएंगे.’ संजय सिंह ने एक और ट्वीट कर लिखा कि बीजेपी को 80 प्रतिशत चंदा बनिया समाज से मिलता है. इसके बावजूद मोदी सरकार में 73 में से सिर्फ 2 मंत्री बनिया समाज से हैं.