रायपुर. भारतीय जनता पार्टी प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने आज दक्षिण बस्तर के अनुसूचित जनजाति नेता व बीजापुर क्षेत्र के पूर्व विधायक राजाराम तोड़ेम का निष्कासन समाप्त कर दिया है.
आपको बता दें कि 2013 में पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते राजाराम तोड़ेम का निष्कासन किया गया था. राजाराम तोड़ेम बीजापुर क्षेत्र के विधायक होने के साथ ही तत्कालीन मध्यप्रदेश विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी की ओर से उपनेता प्रतिपक्ष भी रहे. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष ने आज उनका पार्टी से निष्कासन समाप्त कर उन्हें पार्टी की सदस्यता बहाल कर दी है. राजाराम तोड़ेम के भारतीय जनता पार्टी में वापसी से बीजापुर क्षेत्र सहित बस्तर के अन्य हिस्सों में भी भाजपा को लाभ मिलेगा. भारतीय जनता पार्टी ने एक विज्ञप्ति जारी कर उक्त जानकारी दी हैं.
कौैन हैं राजाराम तोड़ेम, जानिए उनके बारें में-
राजाराम तोड़ेम ने 1979 में कम्युनिस्ट पार्टी के छात्र विंग ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) से जुड़कर अपने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम रखे थे. वहीं 1990 में बीजापुर से विधानसभा चुनाव लड़कर राजेंद्र पाम भोई से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद 1991 में बीजेपी से बस्तर लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव में मंकुराम सोरी से शिकस्त का सामना करना पड़ा. इसके बाद साल 1993 में बीजेपी से बीजापुर विधानसभा चुनाव जीतकर वे विधायक बने.
साल 1996 में बीजेपी से ही लोकसभा चुनाव लड़कर बस्तर टाइगर के नाम से पुकारे जाने वाले महेंद्र कर्मा से हार का सामना करना पड़ा. वहीं साल 1998 में एक बार फिर कांग्रेस के राजेंद्र पाम भोई ने विधानसभा चुनाव में बीजापुर विधानसभा से तोड़ेम को शिकस्त दी. वहीं साल 2003 से 2007 तक तोड़ेम जनजाति आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं.