सुशील सलाम. कांकेर. नोटबंदी के दिनों की लंबी-लंबी लाइनें तो ख़त्म हो गई है मगर बस्तर में ‘नोटबंदी का जुल्म’ अब तक जारी है. बीती रात नक्सलियों ने तीन ग्रामीणों को अगुवा कर जंगल ले गए. वहां नोटबंदी के दिनों में नक्सलियों के द्वारा ग्रामीणों को खपाने के लिए दिए पैसों का हिसाब माँगा.

हिसाब में एक ग्रामीण ने चूक की तो उसका गला रेतकर तड़पा-तड़पाकर मार डाला. मृतक ग्रामीण का नाम हीरालाल यादव बताया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने दो ग्रामीणों को मार डाला है. किंतु पुलिस अधीक्षक कन्हैयालाल ध्रुव ने एक ग्रामीण की हत्या की पुष्टि की है.

घटना आमाबेड़ा थाना क्षेत्र की है. ग्रामीणों में इस घटना के बाद दहशत का माहौल है. जिन ग्रामीणों को नक्सली उठा ले गए थे वे तीनों ग्रामीण उसेली गांव के रहवासी बताये जा रहे हैं. फ़िलहाल मामले की विस्तृत तस्दीक की जा रही है.