रायपुर. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों राज्य सरकार की संचार क्रांति योजना (स्काई) के तहत आज बस्तर अंचल की संगीता निषाद को भी स्मार्ट मोबाइल फोन मिला। संगीता को अपने इस स्मार्ट फोन पर सबसे पहले मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से बात करने का मौका मिला। उल्लेखनीय है कि संगीता ने मोबाइल फोन के लिए सरकार को धन्यवाद देने के साथ-साथ इस फोन से सबसे पहले मुख्यमंत्री के साथ बात करने की इच्छा प्रकट की थी। उन्होंने इस निःशुल्क स्मार्ट फोन के लिए राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को धन्यवाद भी दिया।

ज्ञातव्य है कि राष्ट्रपति ने आज बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर के पास ग्राम डिमरापाल में इस योजना का शुभारंभ करते हुए प्रतीक स्वरूप तीन हितग्राहियों को निःशुल्क स्मार्ट फोन भेंट किया था। इनमें स्व-सहायता समूह की संगीता निषाद और विमला ठाकुर सहित आईटीआई के छात्र बलवंत कुमार नागेश भी शामिल थे। समारोह के बाद राष्ट्रपति नई दिल्ली रवाना हुए। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी वहां से रायपुर आ गए। उन्होंने संगीता निषाद को फोन लगाया और कहा कि संगीता जी आपको राष्ट्रपति के हाथों स्मार्ट फोन मिल गया है। बहुत-बहुत बधाई। मैंने आपका फोन नम्बर लिया और कहा कि सबसे पहले संगीता जी से बात की जाए। आपने भी मुझसे बात करने की इच्छा व्यक्त की थी।

मैंने कहा – ठीक है संगीता से बात करें। आप बहुत खुशकिस्मत हैं कि आपको राष्ट्रपति के हाथों आपको फोन दिया गया। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस फोन में कई प्रकार की सुविधाएं है। वाट्सअप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, मैसेज भी कर सकते हैं। धीरे धीरे सबकुछ सीख जाएंगी। डॉ. सिंह ने उनसे पूछा – स्मार्ट फोन मिलने पर घर के लोग खुश तो हैं ? संगीता ने बताया कि परिवार बहुत खुश हैं। मुख्यमंत्री ने फोन पर संगीता से उनके पति के काम-काज के बारे में भी पूछा। संगीता ने बताया कि उनके पति वाहन चालक हैं। डॉ. सिंह ने कहा चलो बहुत अच्छा है। स्मार्ट फोन का बढ़िया उपयोग कीजिए।

मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (विहान) के अंतर्गत विकासखण्ड बस्तर के ग्राम बालेंगा में मां सत्ती स्वसहायता समूह से जुड़ी संगीता निषाद ने बताया कि उनका समूह गांव में साबुन उद्योग चला रहा है। डॉ. सिंह ने उनसे पूछा कि साबुन बनाने के लिए क्या सामान उपयोग करते हैं ? उन्होंने खुशी जताई कि अच्छी क्वालिटी का कच्चा माल उनके समूह द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने संगीता से कहा कि उनके महिला स्व-सहायता समूह को साबुन उद्योग के संचालन में किसी भी प्रकार की जरूरत हो तो जरूर बताएं। कलेक्टर से कहकर उन्हें हर संभव सहयोग दिलवाएंगे। उनके समूह द्वारा निर्मित साबुन का उपयोग आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्कूलों में कैसे हो सकता है इस बारे में हम कलेक्टर से बात करेंगे। मुख्यमंत्री ने संगीता से कहा कि विहान कार्यक्रम के तहत बस्तर में महिला स्व-सहायता समूहों के कार्यों की तारीफ स्वयं राष्ट्रपति भी कर चुके हैं।