ओडिशा में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्य़कारिणी की बैठक में बीजेपी ने एक नया नारा दिया है- लक्ष्य अंत्योदय, प्रण अंत्योदय, पथ अंत्योदय। बकायदा संगठन ने इस नए नारे पर आधारित एक फिल्भ भी लांच की है, जो सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर खूब देखी जा रही है।
संगठन के नए नारे पर बनी फिल्म में गांव,गरीब औऱ किसानों के विकास को दिखाने की कोशिश की गई है। फिल्म के जरिए बीजेपी देश में ये संदेश देना
चाहती है कि अंत्योदय का विकास ही बीजेपी सरकार और संगठन की मूल अवधारणा है।
चाहती है कि अंत्योदय का विकास ही बीजेपी सरकार और संगठन की मूल अवधारणा है।
बीजेपी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के तहत अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने की भी कवायद पार्टी कर रही है।
बीजेपी संगठन के आला नेता कहते हैं कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने और संगठन की कमान अमित शाह के हाथों में आने के बाद से पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अहमियत पार्टी में अचानक से बढ गई। पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम से कई योजनाएं शुरू की गई। संगठन के काम को विस्तारित किया गया।
बीजेपी के भीतर ये आम चर्चा है कि यदि संगठन की साख को निचले वर्ग तक मजबूत करना है, तो पंडित दीनदय़ाल उपाध्याय का अंत्योदय का नारा ही इकलौता जरिया होगा। अब तक बीजेपी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अं
त्योदय की परिकल्पना की बात किया करती थी। लेकिन अब लगता है कि पार्टी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय के नारे के जरिए पार्टी की राजनीति केंद्रीत करने की रणनीति तैयार की है। इसकी बानगी देखिए जिस वक्त ओडिशा में पार्टी का पूरा नेतृत्व एकजुट हुआ है। ठीक उस वक्त लक्ष्य अंत्योदय, प्रण अंत्योदय,पथ अंत्योदय का नया नारा संगठन ने बुलंद किया। ठीक इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने भाषण में कहा कि राज्यों के चुनावों में बीजेपी की लगातार होती जीत को देखकर लोग कहते हैं कि यह बीजेपी का स्वर्णिम समय चल रहाहै, लेकिन मैं कहता हूं कि स्वर्णिम समय तक आएगा जब केरल, बंगाल औऱ ओडिशा जैसे राज्यों में बीजेपी की सरकार बनेगी। उन्होंने ये भी कहा कि लगातार मिलती जीत की वजह से हमारे भीतर आलस्य ना आए, बल्कि विस्तार की प्यास अधिक परिश्रम करने की प्रेरणा दे।
त्योदय की परिकल्पना की बात किया करती थी। लेकिन अब लगता है कि पार्टी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय के नारे के जरिए पार्टी की राजनीति केंद्रीत करने की रणनीति तैयार की है। इसकी बानगी देखिए जिस वक्त ओडिशा में पार्टी का पूरा नेतृत्व एकजुट हुआ है। ठीक उस वक्त लक्ष्य अंत्योदय, प्रण अंत्योदय,पथ अंत्योदय का नया नारा संगठन ने बुलंद किया। ठीक इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपने भाषण में कहा कि राज्यों के चुनावों में बीजेपी की लगातार होती जीत को देखकर लोग कहते हैं कि यह बीजेपी का स्वर्णिम समय चल रहाहै, लेकिन मैं कहता हूं कि स्वर्णिम समय तक आएगा जब केरल, बंगाल औऱ ओडिशा जैसे राज्यों में बीजेपी की सरकार बनेगी। उन्होंने ये भी कहा कि लगातार मिलती जीत की वजह से हमारे भीतर आलस्य ना आए, बल्कि विस्तार की प्यास अधिक परिश्रम करने की प्रेरणा दे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का ये बयान बताता है कि देश के ज्यादातर राज्यों में बीजेपी की सरकार बनाने की रणनीति पर संगठन में काम चल रहा है। पार्टी की इस दूरगामी सोच को पार कर पाना तभी संभव हैं, जब निचले स्तर तक बीजेपीमय वातावरण तैयार हो सके। ऐसे में सिवाए पंडित दीनदयाल उपाध्याय का अंत्योदय का नारा ही पार्टी की नैय्या पार लगा पाएगा।
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